प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. यह 144 वर्षों में एक बार होने वाला अद्भुत संगम है. कुंभ की पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश के लिए देवताओं और राक्षसों के बीच युद्ध हुआ था. इस दौरान अमृत की चार बूँदें पृथ्वी पर गिरीं, जिससे हरिद्वार, प्रयाग, नासिक और उज्जैन पवित्र स्थान बन गए. प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती का त्रिवेणी संगम है, जहाँ स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.