बाबा ने लोगों के भरोसे से खेलते हुए 24 आश्रम और 1000 करोड़ की संपत्ति बनाई. उसने शातिर तरीके से ट्रस्ट बनाकर जायदाद खरीदी. बाबा के पास 30 लक्ज़री कारों का काफिला था. उसके आश्रमों में सुरक्षा के नाम पर सीसीटीवी नहीं लगाए गए थे. बाबा की प्राइवेट आर्मी लोगों के आई कार्ड चेक करके उनके घरों तक जाने देती थी. अब बाबा की पोल खुल चुकी है और उसके साम्राज्य का पर्दाफाश हो चुका है.