उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन ठगी गिरोह का खुलासा करते हुए तीन शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी कोतवाली नगर क्षेत्र से हुई है, जहां पकड़े गए युवकों की पहचान शिवम तिवारी, अनुराग शुक्ला और अंकित पाल के रूप में की गई है. पुलिस के अनुसार, ये तीनों एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो देशभर में साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था.
मुनाफे का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़
एसपी अनिल कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह गिरोह गेमिंग, ट्रेडिंग और लोन जैसी स्कीमों के नाम पर लोगों को लालच देता था. पहले उन्हें इनवेस्टमेंट पर बड़ा मुनाफा दिखाकर विश्वास में लेता था, फिर फर्जी एप्स के जरिए उनके बैंक खाते, आधार, सिम कार्ड और अन्य संवेदनशील दस्तावेज हासिल कर लिए जाते थे. इन जानकारियों का इस्तेमाल करके आरोपी लोगों के खाते से लाखों रुपये उड़ा देते थे.
16 राज्यों में फैला था नेटवर्क
इस गिरोह की पहुंच बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के 16 राज्यों तक फैली हुई है. आरोपी टेलीग्राम जैसे ऐप्स पर ग्रुप बनाकर अपने शिकार तलाशते थे. जब किसी खाते पर कार्रवाई की आशंका होती, तो ठग नए खातों का इस्तेमाल कर ठगी की रकम को इधर-उधर ट्रांसफर कर देते थे ताकि पकड़ में न आ सकें.
20 करोड़ रुपये की ठगी का खुलासा
पुलिस ने इनके पास से दो स्मार्टफोन, दो कीपैड फोन, तेरह बैंक पासबुक, चौंतीस QR कोड और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं. साइबर पोर्टल के विश्लेषण के मुताबिक, अब तक इस गिरोह ने करीब 20 करोड़ 5 लाख 86 हजार 879 रुपये की ठगी की है. इसकी पुष्टि देशभर से दर्ज 55 अलग-अलग शिकायतों से हुई है.
एसपी ने बताया कि पुलिस फिलहाल गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इस नेटवर्क का खुलासा होने से साइबर ठगी के ऐसे मामलों पर बड़ी रोक लगेगी. पुलिस ने आम जनता से भी जागरूक रहने की अपील की है ताकि ऐसे ऐप्स और स्कीमों से जो असामान्य मुनाफे का झांसा देते हैं उनसे सावधान रहें.