लखनऊ में जी-20 आयोजनों से पहले शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए 23 फरवरी से 'थूकना मना है' अभियान शुरू किया गया है, जोकि एक मार्च तक जारी रहेगा. लखनऊ नगर निगम की ओर से बताया गया है कि सड़क पर थूकने वालों को मिस्टर पीकू का खिताब दिया जाएगा.
नगर निगम के मुताबिक, इस दौरान जो भी सड़क पर मलमूत्र त्यागते, थूकते या किसी और तरीके से गंदगी फैलाते हुए पाया गया तो माला पहनाकर उसका स्वागत किया जाएगा और मिस्टर पीकू का खिताब दिया जाएगा. इसके साथ ही ऐसा करने वाले शख्स पर उत्तर प्रदेश वेस्ट (मैनेजमेंट ऑपरेशन एंड सैनिटेशन) नियम, 2021 के तहत 250 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा.
पुलिस, NGO की ली जाएगी मदद
नगर निगम आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि इस अभियान को चलाने के लिए पुलिस, गैर सरकारी संगठन (NGOs) और स्थानीय लोगों की मदद ली जाएगी. इस अभियान को लेकर खुले में थूकने और पेशाब न करने का संदेश रेडियो और सार्वजनिक घोषणाओं के माध्यम मैसेज दिया जाएगा. लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सभी क्षेत्रों में होर्डिंग लगाए जाएंगे. इस अभियान में शामिल प्रतिभागियों को ई-प्रमाण पत्र और टी-शर्ट वितरित किए जाएंगे.
62 लोगों को मिला मिस्टर पीकू का खिताब
निगम कमिश्नर के मुताबिक, 23 फरवरी से शुरू हुआ अभियान एक मार्च तक चलेगा. अबतक खुले में थूकने और खुले में पेशाब करने वाले 62 लोगों को पकड़ा गया है, जिनसे 250 रुपये का जुर्माना वसूलकर मिस्टर पीकू का खिताब भी दिया गया है.