कौशांबी जिले के सैनी कोतवाली क्षेत्र में आठ साल की बच्ची से कथित रेप के मामले को लेकर सियासी घमासान मच गया है. इस घटना के बाद जिले का माहौल लगातार गरमाया हुआ है. राजनीतिक दलों की सक्रियता को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती बरती है.
मामले में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल को प्रयागराज स्थित पार्टी कार्यालय में ही हाउस अरेस्ट कर दिया गया है. वहीं, चायल से बागी विधायक पूजा पाल को कौशांबी जिले के कोखराज क्षेत्र में रोक दिया गया. सपा के जिलाध्यक्ष दया शंकर यादव को सिराथू में नजरबंद किया गया है. सभी नेता पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे थे.
रेप के मामले को लेकर सियासी घमासान
इस बीच गांव में हालात को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है. भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके.
यह मामला 28 मई 2025 को सामने आया था जब एक आठ साल की बच्ची से कथित रेप के आरोप में सिद्धार्थ तिवारी को गिरफ्तार किया गया. हालांकि बाद में जांच में सिद्धार्थ को बेगुनाह पाया गया. इसी बीच 4 जून को आरोपी के पिता रामबाबू तिवारी ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने बेटे को निर्दोष बताते हुए साजिश का आरोप लगाया था.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
अब पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पीड़िता के पिता और चाचा को जेल भेज दिया है. गांव में अभी भी हालात तनावपूर्ण हैं और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.