
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की पावन नगरी देवा शरीफ में आज से विश्व प्रसिद्ध हाजी वारिस अली शाह का 101वां परंपरागत मेला शुरू हो गया है. इस भव्य आयोजन का शुभारंभ जिलाधिकारी की पत्नी शैलजा त्रिपाठी ने फीता काटकर और कबूतर उड़ाकर किया. यह मेला रंग, रोशनी और आस्था का संगम है, जो लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचता है.
डीएम की पत्नी ने किया मेले का उद्घाटन
आपको डीएम शशांक त्रिपाठी की पत्नी शैलजा त्रिपाठी ने देवा शरीफ, बाराबंकी में आज हाजी वारिस अली शाह के 101वें मेले का उद्घाटन किया. शहनाई और पीएसी बैंड की धुन पर सूफियाना माहौल में शुरू हुए इस आयोजन का मुख्य संदेश आपसी भाईचारा और मोहब्बत है.
उद्घाटन के बाद अधिकारियों ने सांस्कृतिक पंडाल में दीप प्रज्वलन के साथ रंगारंग प्रस्तुतियों की शुरुआत की. इस मौके पर एसपी अर्पित विजयवर्गीय सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
'सभी से मोहब्बत करो', यही है सूफी संत का पैगाम
डीएम शशांक त्रिपाठी ने बताया कि सूफी संत हाजी वारिस अली शाह का मोहब्बत और इंसानियत का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है. जिलाधिकारी की पत्नी शैलजा त्रिपाठी ने कहा, "सूफी संत का पैग़ाम पूरी दुनिया में है- सभी से मोहब्बत करो, यही संदेश हमें अपनाना चाहिए." इस मेले में लाखों जायरीनों और श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के पुख़्ता इंतजाम किए हैं.

सुरक्षा के लिए तैनात हैं पर्याप्त फोर्स
एसपी बाराबंकी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पर्याप्त फोर्स तैनात की गई है. पूरे मेले को कई सेक्टरों में बांटा गया है और सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ ड्रोन से भी हर गतिविधि पर सख़्त निगरानी रखी जा रही है. रौशनी, रूहानियत और रंगों से सजा देवा मेला एक बार फिर मोहब्बत और इंसानियत का संदेश लेकर पूरी दुनिया को जोड़ने का काम कर रहा है.