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19 साल की इस लड़की की लंबाई है 78 सेमी, वजन 10 किलो

सुनने में बड़ा अटपटा लगेगा लेकिन यह सच है. बंगाल के मीरापुर कस्बे में रहने वाली इस 19 साल की लड़की की लंबाई है 78 सेंटीमीटर और वजन है 10 किलो.

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अपनी मां के साथ अजिफा खातून
अपनी मां के साथ अजिफा खातून

सुनने में बड़ा अटपटा लगेगा लेकिन यह सच है. बंगाल के मीरापुर कस्बे में रहने वाली इस 19 साल की लड़की की लंबाई है 78 सेंटीमीटर और वजन है 10 किलो. वह इतनी छोटी है कि अपनी मां की गोद में ही रहती है. देखने में वह दो साल की बच्ची सी लगती है.

'गल्फ न्यूज' में छपी खबर के मुताबिक यह लड़की अजिफा खातून स्कूल भी जाती है और छोटे-छोटे बच्चों के साथ खेलती भी है.

अजिफा को एक दुर्लभ किस्म की बीमारी है. इसे लारोन सिंड्रोम कहते हैं. यह जेनेटिक डिसऑर्डर है. इसके असर से दो साल की उम्र के पहले से ही उसका विकास बंद हो गया. अब वह ताउम्र इसी आकार की रहेगी. उसकी मां अपिला और पिता शेख वोसेल की तमाम उम्मीदों पर पानी फिर गया. उनकी समझ में ही नहीं आया कि उनकी बेटी के आकार में कोई बढ़ोतरी क्यों नहीं हो रही है.

अजिफा के दो छोटे भाई-बहन उससे लंबे और समझदार हो गए हैं लेकिन अजिफा न तो लंबी हुई और न ही उसकी बुद्धि बढ़ी. आसपास के इलाके के डॉक्टरों को भी कुछ समझ में नहीं आया. एक डॉक्टर ने तो कह दिया कि उसे कैंसर है. लेकिन उसके मां-बाप ने कैंसर का इलाज कराने से इनकार कर दिया.

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बाद में एक डॉक्टर उनके इलाके में आया. उसने कई तरह के टेस्ट करने के बाद बताया कि यह हॉर्मोन से संबंधित बीमारी है. उसने कहा कि उसके प्रभाव से उसका विकास रुक गया है. यह बीमारी है लारोन सिंड्रोम और पूरी दुनिया में सिर्फ 300 लोग इससे ग्रसित हैं. इसका कोई इलाज नहीं है. बाद में ऐसे मरीज हड्डियों की कमजोरी से ग्रस्त हो जाते हैं.

अजिफा के मां-बाप ही नहीं उसके भाई-बहन भी उसका ख्याल रखते हैं. वह उनके साथ ही खेलती रहती है. वह मुहल्ले के छोटे-छोटे बच्चों के साथ भी खेलती है. उसके मां-बाप को उम्मीद है कि एक दिन कोई न कोई उनकी मदद को आएगा और उनकी बच्ची ठीक हो जाएगी. वे उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं.

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