उत्तर प्रदेश के लिए होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा और भाजपा को दौड़ से बाहर बताते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच ही है.
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पुराने विधानसभा परिसर में राष्ट्रपिता को श्रद्धाजंली अर्पित करने के बाद सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा और भाजपा कहीं भी परिदृश्य में नहीं हैं और कांग्रेस वहां निश्चित रुप से सरकार बनाने जा रही है.
उन्होंने कहा कि बसपा उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के चलते चुनावी परिदृश्य से बाहर हो गयी है जबकि भाजपा आपसी लड़ाई में उलझी हुई है. इस प्रकार वहां मुकाबला कांग्रेस और सपा के बीच ही है.
यह पूछे जाने पर कि सपा ने बलात्कार पीड़ित को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है, सिंह ने सीधे जवाब से बचते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी अपने दिशानिर्देश में कहा है कि बलात्कार पीड़ित की पहचान उजागर नहीं की जानी चाहिये.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की, केन्द्र सरकार के कथित रुप से मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव को लेकर मौन व्रत करने की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने इसे मात्र एक नौटंकी करार दिया. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के मौनव्रत के जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में कांग्रेसजन प्रदेश की समस्याओं विशेषकर भ्रष्टाचार को लेकर मौनव्रत आंदोलन करेंगे.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि मौनव्रत के माध्यम से प्रदेश के लोकायुक्त की अंतर्आत्मा को भी जगाया जायेगा कि वे केवल छोटे कर्मचारियों के खिलाफ छापे डालने के अलावा मंत्रियों और बड़ी मछलियों के खिलाफ भी कार्रवाई करें.