कई भारतीय कंपनियों का मानना है कि फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया साइटों से उनकी ब्रांड इक्विटी और शेयरधारकों की सक्रियता बढ़ी है लेकिन उनका यह भी कहना है कि ऐसी साइट से काम के दौरान कर्मचारियों का ध्यान भटकता है.
प्रबंधन पेशेवरों के समूह आइमा के सर्वेक्षण के मुताबिक एक तिहाई से ज्यादा (38 प्रतिशत) कंपनियों का मानना है कि सोशल मीडिया भागीदारी से उनकी ब्रांड इक्विटी और शेयरधारकों की सक्रियता बढ़ी है.
हालांकि 31 प्रतिशत इकाइयों को कारोबार के लिए सोशल मीडिया के उपयोग के बारे में संदेह है. इसक अलावा सिर्फ 24 प्रतिशत कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को काम के दौरान सोशल मीडिया का उपयोग करने की इजाजत दी है.
दूसरी ओर 56 प्रतिशत कंपनियों का मानना है कि सोशल नेटवर्किंग साइट कर्मचारियों का ध्यान भटकाती है और अन्य 37 प्रतिशत का मानना है कि इससे आंतरिक और बाह्य संचार प्रभावित होता हैः
इस सर्वेक्षण में एनआईआईटी, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाइटन इंडस्ट्रीज, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एसीसी और अपोलो हास्पिटल्स समेत 100 कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों, प्रबंध निदेशकों, विभाग प्रमुखों, प्रबंधकों आदि ने हिस्सा लिया.
रिपोर्ट के मुताबिक कई भारतीय कंपनियों ने कारोबार के लिए अभी सोशल मीडिया का उपयोग शुरू नहीं किया है हालांकि लगभग सभी कर्मचारी व्यक्तिगत या पेशेवर उद्देश्य से सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं.