सिंगापुर की एक स्वास्थ्य कंपनी ने घोषणा की है कि सिंगापुर में दिनों-दिन बढ़ रही अस्पताल और होम केयर कर्मियों की मांग की आपूर्ति के लिए वह प्रतिवर्ष मणिपुर के 50 नर्सों को अपने यहां नौकरी देगी. कंपनी ने भारत की एक्ट ईस्ट नीति के तहत पर्यटन और व्यापार को बेहतर बनाने के विचार साझा करने मेंडले गए मणिपुर के एक दल को यह जानकारी दी थी.
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर के सबसे बड़े निजी स्वास्थ्य सेवा समूह शीजा हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक के. पालिन ने कहा, "सिंगापुरी स्वास्थ्य सेवा फर्म ने हमें जानकारी दी है कि शुरुआत में मणिपुर की कम से कम 50 नर्सो को नियुक्त किया जाएगा. दो वर्ष बाद उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्टाफ नर्स बना दिया जाएगा."
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उन्होंने सिंगापुरी कंपनी के हवाले कहा, "हमें मणिपुर की नर्सो की जरूरत है. सबसे पहला कारण यहां (सिंगापुर) के लोगों से उनकी शारीरिक बनावट बहुत मिलती-जुलती है, दूसरा कारण है कि वे अंग्रेजी बोल सकती हैं. इसका मतलब है कि भाषाई समस्या नहीं है और तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण कारण मणिपुर की नर्से मेहनती, मिलनसार और बेहद पेशेवर होती हैं."
पालिन ने कहा कि बुजुर्ग मरीजों द्वारा घर पर ही चिकित्सकीय सेवा को वरीयता देना शुरू करने के बाद मणिपुरी नर्सो की मांग बढ़ती जा रही है. वेतन, अन्य भत्ते तथा काम करने की अन्य शर्ते बता दी जाएंगी.
मणिपुर सबसे ज्यादा नर्स देने वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है. कई प्रमुख सरकारी अस्पतालों, क्लीनिकों और निजी संस्थानों में मणिपुरी नर्से मौजूद होती हैं. कई नर्सें विदेशों, खासकर खाड़ी देशों में कार्यरत हैं. मणिपुर की एक बेरोजगार नर्स एल. सत्यबती ने कहा कि मणिपुर में 30,000 से ज्यादा बेरोजगार नर्से हैं, तो ऐसी खबर आना खुशी की बात है.