इजरायली रक्षा बल (IDF) ने शनिवार को पुष्टि की है कि ईरान में एक इजरायली हवाई हमले में आईआरजीसी कुद्स फोर्स में फिलिस्तीन कोर के प्रमुख सईद इजादी की मौत हो गई. आरोप है कि उसने इजरायल को तबाह करने के लिए कई मोर्चों पर प्लानिंग की थी. इसी के तहत उसने हमास को हथियार और पैसे मुहैया कराए थे. इसके बाद ही 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था.
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईआरजीसी के कुद्स फोर्स के फिलिस्तीनी डिवीजन प्रमुख सईद इजादी को ईरान के कोम शहर में स्थित एक सुरक्षित घर में निशाना बनाया गया. इजरायल इजादी को 7 अक्टूबर 2023 को हुए हमले का मुख्य साजिशकर्ता मानता है. इजरायली सेना ने कहा कि सईद इजादी के अलावा आईआरजीसी के छद्म संगठनों को हथियार सप्लाई करने वाले कुद्स फोर्स के अधिकारी बेहनाम शाहरियारी और एक ड्रोन यूनिट कमांडर को अलग-अलग हमलों में मार गिराया गया है.
ईरानी शासन, आईआरजीसी और हमास के बीच पुल था इजादी
आईडीएफ ने कहा कि इजादी हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले के शिल्पकारों में से एक थे. लंबे समय तक चली खुफिया ऑपरेशन के बाद ईरानी शहर कोम के एक सुरक्षित घर में रात में इजादी को मार दिया गया. आईडीएफ ने कहा कि कुद्स फोर्स (ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की बाहरी शाखा) में फिलिस्तीन कोर के कमांडर के रूप में इजादी, आईआरजीसी, ईरानी शासन के वरिष्ठ नेताओं और हमास के प्रमुख लोगों के बीच सैन्य समन्वय का काम करता था.
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ईजादी पर हमास को वित्त पोषित करने का आरोप
IDF ने कहा है कि इजादी ने इजरायल के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए हमास को ईरान से वित्तीय सहायता बढ़ाने में मदद की और गाजा और वेस्ट बैंक दोनों में फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठनों के साथ सीधा संपर्क बनाए रखा. इज़ादी युद्ध के दौरान लेबनान में हमास बलों को निर्देशित करने के लिए जिम्मेदार थे और उन्होंने हमास की सैन्य शाखा का पुनर्निर्माण करना और यह सुनिश्चित करना अपना मिशन बना लिया था कि समूह गाजा में सत्तारूढ़ शक्ति बना रहे.
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अलग-अलग मोर्चों पर इजरायल पर हमले की बनाई थी योजना
आईडीएफ के अनुसार, इज़ादी ईरानी शासन की इजरायल को नष्ट करने की योजना के संस्थापकों और अग्रणी व्यक्तियों में से एक थे. इस योजना का उद्देश्य इज़राइल पर दो चरणों में अलग-अलग मोर्चे पर हमला करना था.सबसे पहले, शासन और उसके समर्थकों द्वारा मिडिल ईस्ट में मिसाइल और रॉकेट हमला. दूसरा, लेबनान, गाजा, सीरिया और यहूदिया और सामरिया से हजारों आतंकवादियों द्वारा इजरायली क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर आक्रमण.