कल्पना कीजिए कि आप घर का सामान खरीदने के लिए ग्रोसरी स्टोर की लाइन में खड़े हैं और तभी अचानक आपको न चाहते हुए भी ऑर्गेज्म आ जाए. या फिर यह कि आप घर से अस्पताल जा रहे हों और इस दौरान आपको 5 बार ऑर्गेज्म आए. यकीनन बिस्तर पर सुख की अनुभूति का पर्याय बन चुके ऑर्गेज्म से आपको चिढ़ हो जाएगी और आप इससे छुटकारा पाने की जुगत में लग जाएंगे.
अब जरा उस शख्स के बारे में सोचिए जिसे दिनभर में 100 बार न चाहते हुए भी ऑर्गेज्म आता है. खासकर यह कि यह सब बीते दो वर्षों से लगातार हो रहा हो. दवाइयां असर नहीं कर रही हों और डॉक्टर कुछ भी कहने-सुनने की स्थिति में नहीं हों. अमेरिका के डैले डेकर के जीवन की यही कहानी है, जिसे वह अपनी दुर्दशा बताते हैं और किसी त्रासदी से कम नहीं मानते.
यह जायज भी है, क्योंकि इस बीमारी ने पूर्व टेलीकॉम ऑफिस मैनेजर को न चाहते हुए भी घर में कैद होने पर मजबूर कर दिया है. डैले जेनिटल एरॉजल सिंड्रोम से पीड़ित हैं. दरअसल, दो साल पहले डैले कुर्सी से फिसलकर गिर गए थे और उन्हें स्लिप डिस्क की शिकायत हो गई. तब का दिन है और आज का डैले की परेशानी बढ़ती गई.
डैले कहते हैं, 'आप मेरी परेशानी के बारे में सोच भी नहीं सकते. मैं अपने पिता के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में खड़ा था और तभी मुझे 9 बार ऑर्गेज्म आया. मैं इससे तंग आ गया हूं.'
वेबसाइट यूकेएनडब्लू के मुताबिक, इस बीमारी के कारण डैले का जीवन पूरी तरह बदल गया है. वह कमजोर हो गए हैं और सामाजिक जीवन से लगभग कट चुके हैं.