भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि श्रीलंका का संक्षिप्त दौरा उनकी टीम के लिये काफी महत्वपूर्ण है और टीम सीमित ओवरों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करके सत्र की अच्छी शुरुआत करना चाहती है.
धोनी ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ अच्छी सीरीज से सितंबर-अक्टूबर में इसी देश में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिये खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा. भारत 21 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ पांच वनडे और एक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा.
धोनी ने टीम की रवानगी की पूर्व संध्या पर कहा, ‘यह काफी व्यस्त कार्यक्रम है, लेकिन पेशेवर होने के कारण हमें अपना स्तर बरकरार रखना होता है. हम विभिन्न स्थानों में खेलेंगे और वहां हमें यात्रा भी करनी होगी. यह सत्र की शुरुआत है और हम इसकी अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका हमारे लिये नया स्थान नहीं है. हम वहां साल में कम से कम एक बार साल में दो बार सीरीज खेलते रहे हैं. परिस्थितियां भी भारत से भिन्न नहीं हैं और उनसे तालमेल बिठाना मुश्किल नहीं होगा. श्रीलंका सीरीज हमारे लिये अच्छी है. हमें फिर से टी-20 विश्व कप के लिये श्रीलंका लौटना है. इससे हमें मदद मिलेगी.’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता. लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा. कप्तान की भूमिका संसाधनों का सही उपयोग करना होता है. व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है.’
धोनी ने कहा, ‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है. अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है.’ धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा.
उन्होंने कहा, ‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था. बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है. प्रत्येक सीरीज से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा.’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘अगले साल प्रत्येक सीरीज के बीच में कुछ अंतर है. यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं.
पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है.’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह टी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है.
धोनी ने कहा, ‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है. हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है. हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं.’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा.
उन्होंने कहा, ‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था. आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की. मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता.’