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अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला दबाया गया: रुश्दी

जयपुर साहित्य उत्सव में अपनी वीडियो वार्ता रद्द किए जाने को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी ने मंगलवार को कहा कि मुस्लिम समूहों ने हिंसा की चेतावनी देकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला दबाया है.

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सलमान रुश्दी
सलमान रुश्दी

जयपुर साहित्य उत्सव में अपनी वीडियो वार्ता रद्द किए जाने को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी ने मंगलवार को कहा कि मुस्लिम समूहों ने हिंसा की चेतावनी देकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला दबाया है.

माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर रुश्दी ने कहा, 'वीडियो वार्ता का रद्द होना दुर्भाग्यपूर्ण है. उत्सव में हिंसा की चेतावनी देकर मुस्लिम समूहों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला दबाया है. एक वास्तविक लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लोकतंत्र में किसी को केवल चेतावनी देने का अधिकार नहीं है.'

ज्ञात हो कि कुछ मुस्लिम समूहों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए उत्सव में रुश्दी की वीडियो वार्ता निरस्त कर दी गई. इसके बाद रुश्दी ने यह प्रतिक्रिया दी. उल्लेखनीय है कि 'द सैटेनिक वर्सेज' के लेखक रुश्दी ने सुरक्षा कारणों के चलते अपनी उत्सव में भाग लेने की अपनी यात्रा स्थगित कर दी.

रुश्दी की भारत यात्रा स्थगित होने के बाद उत्सव के आयोजकों ने कहा था कि वह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एक सत्र को सम्बोधित करेंगे लेकिन अंत में इस कार्यक्रम को भी निरस्त कर देना पड़ा.

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