नेहरू-गांधी परिवार में करीब डेढ़ दशक बाद रविवार को हुए विवाह समारोह में नवपरिणीत युगल भाजपा के युवा सांसद वरुण गांधी और पेशे से ग्राफिक डिजाइनर यामिनी रॉय चौधरी को आशीर्वाद और शुभकामनाएं देने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके परिवार का कोई भी सदस्य नहीं पहुंचा.
वरुण खुद अपनी ताई (सोनिया) के घर न्यौता देने गये थे, लिहाजा माना जा रहा था कि सोनिया, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वढेरा इस शादी में शामिल हो सकते हैं.
विवाह समारोह में प्रियंका के आने की चर्चा ज्यादा थी लेकिन वरुण के करीबी सूत्रों ने शनिवार शाम ही साफ कर दिया था कि प्रियंका समारोह में शिरकत नहीं करेंगी.
हालांकि, एक स्थानीय भाजपा नेता की मानें तो सोनिया, राहुल और प्रियंका के विवाह समारोह में शामिल नहीं होने के पीछे वजह कुछ और है.
इस नेता का दावा है कि जब वरुण अपनी ताई सोनिया को निमंत्रण देने गये थे तो उन्होंने शादी का न्यौता नहीं दिया था, बल्कि आठ मार्च को नयी दिल्ली में होने वाले प्रीतिभोज का आमंत्रण दिया था.
यह दावत मेनका की मां के निधन के चलते निरस्त की जा चुकी है.
नेता का यह भी दावा है कि वरुण ने दिल्ली में प्रस्तावित दावत की नयी तारीख तय नहीं की है लेकिन वह अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र पीलीभीत में भोज दे सकते हैं.