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इस साल भी खूब चला जूता मिसाइल...| जूता बना हथियार...

आज से ठीक दो बरस पहले अस्तित्व में आए जूता मिसाइल को इस वर्ष भी कई जगह दागा गया. हरियाणा और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री से लेकर पाकिस्तान और सूडान के राष्ट्रपति तक इसकी मारक क्षमता के घेरे में आए. यह दुनिया का एकमात्र हथियार है जो निशाने से चूक जाने के बावजूद चोट पहुंचाने में कामयाब रहता है.

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आज से ठीक दो बरस पहले अस्तित्व में आए जूता मिसाइल को इस वर्ष भी कई जगह दागा गया. हरियाणा और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री से लेकर पाकिस्तान और सूडान के राष्ट्रपति तक इसकी मारक क्षमता के घेरे में आए. यह दुनिया का एकमात्र हथियार है जो निशाने से चूक जाने के बावजूद चोट पहुंचाने में कामयाब रहता है.

22 अगस्त को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा पर जूता फेंका गया. एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री पर जूता फेंकने वाले 21 वर्षीय शक्ति सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से उसे न तो नौकरी दी गई

और न ही घायल होने पर मुआवजा, जिसकी वजह से हताश हो कर उसने अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री पर जूता फेंका.

दिल्ली से करीब 120 किमी दूर आईटीआई ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हुड्डा पर प्रेस फोटोग्राफर गैलरी में बैठे शक्ति सिंह द्वारा फेंका गया जूता हुड्डा को नहीं लगा और उनसे बहुत दूर गिरा.

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इसी तरह की एक अन्य घटना में जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला 15 अगस्त को जब जम्मू में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद सलामी ले रहे थे तभी सहायक पुलिस उप निरीक्षक अब्दुल अहम जान ने उनकी ओर जूता फेंक दिया.

सादे कपड़ों में आया अब्दुल अहम जान कुलगाम में पदस्थ था. उसने वीआईपी घेरे में अपनी जगह से खड़े होकर यह नारा लगाते हुए जूता मंच की ओर उछाल दिया ‘हम आजादी चाहते हैं’. जूता मुख्यमंत्री को नहीं लगा.{mospagebreak}

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के नेता सैयद अली शाह गिलानी पर एक व्यक्ति ने नयी दिल्ली में 21 अक्तूबर को एक समारोह के दौरान जूता फेंका. इस समारोह में कश्मीरी अलगाववादी, नक्सली और खालिस्तान समर्थक एक मंच पर थे. बहरहाल राजनेताओं पर विरोधस्वरूप जूते-चप्पल फेंकने के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए महाराष्ट्र के अकोला में सात सितंबर को कृषि विद्यापीठ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ संवाद कार्यक्रम में चप्पल पहनकर आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया.

पाकिस्तानी मीडिया में आठ अगस्त को आयी एक खबर के अनुसार राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का स्वागत ब्रिटेन के शहर बर्मिंघम में पीपीपी के एक अधिवेशन में तालियों के बजाय जूते से हुआ. हालांकि वह इसके वार से बच गये.

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जियो न्यूज चैनल और जंग मीडिया समूह के अखबारों ने खबर प्रकाशित की कि 60 वर्षीय शमीम खान नामक शख्स ने जरदारी की ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से मुलाकात के खिलाफ उन पर जूता फेंका. हालांकि जूता जरदारी को नहीं लगा और सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारी व्यक्ति को उस स्थान से बाहर निकाल दिया, जहां राष्ट्रपति पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे.

खान ने जियो न्यूज को बताया कि उसने जरदारी की कैमरन के साथ मुलाकात के खिलाफ जूता फेंका. जंग मीडिया समूह ने दावा किया कि जियो न्यूज चैनल द्वारा इस खबर के प्रसारण पर रोक लगा दी गयी.{mospagebreak}

सूडान के राष्ट्रपति उमर अल बशीर खारतूम में 25 जनवरी को जूते के हमले का निशाना बनते बनते बच गए. 25 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री जॉन होवार्ड दुनिया के उन नेताओं की सूची में शामिल हो गये जिन पर जूते फेंके गये हैं.

एबीसी टीवी के क्यू एंड ए कार्यक्रम में भाग ले रहे होवार्ड जब इराक में सैनिकों को भेजने के अपने फैसले के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे तभी एक नाराज शख्स ने उन पर दो जूते उछाल दिये. जूते होवार्ड को नहीं लगे और उन्होंने बाद में शो के मेजबान टोनी जोन्स से कहा, ‘जाने दीजिए.’ जूते के अलावा इस साल सड़े अंडे और किताबों से भी हमला किया गया.

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भारत में महंगाई को काबू में रखने को लेकर सरकार की असफलता से नाराज छात्रों ने 28 अगस्त को कोलकाता में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया पर अंडे और टमाटर फेंके.

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से संबद्ध स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के छात्रों ने अहलूवालिया की तरफ अंडे और टमाटर फेंके और काले झंडे लहराये. अहलूवालिया यहां प्रेजिडेंसी कालेज में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रायोजित अर्थशास्त्र पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेने के बाद वहां से निकल रहे थे.

अक्तूबर में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर फिलाडेल्फिया में एक प्रचार रैली के दौरान एक व्यक्ति ने किताब फेंक दी. किताब ओबामा को नहीं लगी क्योंकि वह बहुत पीछे खड़े थे. बाद में पता चला कि किताब के लेखक ने प्रचार पाने के लिए ऐसा किया.{mospagebreak}

लंदन में सितंबर माह में रॉक बैंड ‘गन्स एन रोजेज’ को एक समारोह में उस समय मंच छोड़ने को मजबूर होना पड़ा जब नाराज प्रशंसकों ने लेटलतीफी से क्षुब्ध होकर समूह के सदस्यों पर बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं .

14 दिसंबर 2008 को इराक के एक पत्रकार ने बगदाद में अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश पर जूता फेंका था. इसके बाद से विभिन्न देशों के नेता ‘जूता मिसाइल’ के शिकार होते रहे हैं.

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