अन्नाद्रमुक प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता अपने से अलग हुई अपनी करीबी सहयोगी शशिकला के साथ फिर से मित्रता का संकेत देते हुए उनका निष्कासन रद्द कर दिया. पार्टी सुप्रीमो ने पिछले साल निष्कासित की गईं शशिकला द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को स्वीकार करते हुए यह फैसला किया.
जयललिता ने कहा कि शशिकला ने मुझे पत्र भेजा है. पत्र में उन्होंने जो कहा है, वही बात उन्होंने बयान में भी कही है. मैं स्पष्टीकरण स्वीकार करती हूं. उन्होंने कहा कि शशिकला के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई रद्द की जाती है.
शशिकला ने 28 मार्च को अन्नाद्रमुक संचालित जया टीवी को बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने उन सब लोगों से संबंध खत्म कर लिए हैं जिन्होंने जयललिता को धोखा दिया था. उन्होंने कहा था कि जयललिता के खिलाफ गतिविधियों में शामिल मेरे रिश्तेदार और मित्र होने का दावा करने वालों का यह अक्षम्य धोखा है. मेरी बहन को धोखा देने वालों की मुझे आवश्यकता नहीं है.
शशिकला ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया था और कहा था कि अन्नाद्रमुक के हितों के खिलाफ हो रही गतिविधियों और जयललिता के खिलाफ साजिश का उन्हें केवल तभी पता चला जब वह पोज गार्डन :जयललिता के आवास: से बाहर आईं जहां वह 24 साल तक रहीं.
उन्होंने कहा कि इससे मुझे दुख और सदमा पहुंचा. जो कुछ हुआ, वह सब उनकी जानकारी के बिना घटित हुआ और यह एक सच है. जयललिता द्वारा लंबे समय से अपनी विश्वस्त रही शशिकला को निकाले जाने के कदम ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी थी.
मुख्यमंत्री ने हालांकि कहा कि शशिकला के पति एम नटराजन सहित उनके रिश्तेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके साथ कोई संपर्क नहीं रखना चाहिए.