पिछले लगातार छह दिन से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के बाद 23 मई को ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर होने वाली वार्ता से पहले अमेरिका में इसकी कीमतों में फिर उछाल आ गया है.
समाचार एजेंसी 'सिन्हुआ' के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख ने सोमवार को अपने तेहरान दौरे के दौरान ईरान पर अपने परमाणु ठिकाने के निरीक्षण का दबाव बनाया था.
लेकिन उन्हें इस संबंध में कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिले. ऐसे में ईरान पर और अधिक प्रतिबंध लगाए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं, जिसके कारण तेल की कीमतों में वृद्धि हुई.
विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान पर दबाव बनाने के लिए अमेरिकी सीनेट ने सोमवार को इस्लामी गणराज्य के ऊर्जा क्षेत्र के खिलाफ नए प्रतिबंधों को मंजूरी दे दी.