सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में सुधार को देखते हुए इस पखवाड़े पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया, ‘रिजर्व बैंक के कदम से डॉलर के मुकाबले रुपया करीब एक रुपया मजबूत हुआ और हमारा मानना है कि पेट्रोल के दाम में बदलाव से पहले हमें कुछ समय इंतजार करना चाहिए.’
पेट्रोलिम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘रुपये के मूल्य में गिरावट में कोई भी सुधार आना तेल विपणन कंपनियों के लिये अच्छा होगा.’ उनसे यह पूछा गया था कि तेल विपणन कंपनियों पर रुपये के मूल्य में गिरावट का क्या असर होगा.
तेल कंपनियों को गुरुवार को पेट्रोल मूल्य की समीक्षा करनी थी लेकिन इस निर्णय को शुक्रवार तक के लिये टाल दिया गया, क्योंकि उन्हें पेट्रोल के दाम में 0.60 रुपये से 0.70 रुपये की वृद्धि को लेकर स्पष्ट रूप से राजनीतिक मंजूरी नहीं मिली थी.
रेड्डी ने शुक्रवार शाम वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की और बैठक के तुरंत बाद तेल कंपनियों ने कहा कि वे कुछ और इंतजार करेंगी ताकि रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप का रुपया-डॉलर पर असर का पता चल सके.
बहरहाल, रेड्डी ने मुखर्जी के साथ मुलाकात के बाद पेट्रोल की कीमत पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को लुढ़ककर रिकार्ड 54.30 तक चला गया था. हालांकि शुक्रवार को यह 94 पैसे मजबूत होकर 52.70 पर बंद हुआ.