प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मीडिया में कथित कोयला घोटाले को लेकर आयी रिपोर्ट के बीच कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है लिहाजा संसद में उन्हें सफाई देने की कोई जरूरत नहीं है.
सिंह ने राष्ट्रपति भवन में संवाददाताओं से कहा, ‘कैग ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है. जब कोई रिपोर्ट ही नहीं है तब किस पर सफाई देनी है.’ उनसे प्राथमिक आडीटर रिपोर्ट के आधार पर मीडिया की उन खबरों के बारे में पूछा गया था जिसमें 2004.09 के दौरान बिना नीलामी के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की 100 कम्पनियों को दस लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के कोयला ब्लाक आवंटन की बात है.
सिंह ने कहा कि कैग ने एक पत्र लिखा है और प्रधानमंत्री कार्यालय ने पत्र का एक हिस्सा जारी किया है. रेलवे बजट में यात्री किराये में बढ़ोत्तरी को वापस लेने के बारे में उन्होंने कहा कि नये मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इसका बजट अनुमान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि उन्होंने विज्ञापनों और भूमि के व्यावसायिक इस्तेमाल से नुकसान की भरपाई का वायदा किया है. कोष की कमी के चलते रेलवे प्रणाली की सुरक्षा को लेकर आशंका के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल मंत्री ने कहा है कि सुरक्षा अहम चिंता का विषय है.
गरीबी को लेकर नवीनतम आकलन के बारे में उठे विवाद के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा मुद्दों पर बहुस्तरीय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि गरीबी का जायजा लेने के तरीके संतोषजनक नहीं है. ‘हम एक नया तरीका अपनाने जा रहे हैं.’ इसके लिये एक समिति गठित की गयी है.