फिज़ा की मौत ऐसी उलझी पहेली बन चुकी है जिसे सुलझाने के चक्कर में पुलिस का सामना रोज किसी ना किसी सनसनीखेज़ खुलासे से हो रहा है. पुलिस को अब तक ये नहीं पता कि फिज़ा की मौत कैसे हुई? वो अनजाने में मौत को खुद गले लगा बैठी या उसने आत्महत्या की? या फिर वो किसी बड़ी साज़िश का शिकार हो गई? इसके ऊपर फिज़ा के घर से मिली करोड़ों की दौलत ने फिज़ा की मौत को और भी ज्यादा गहरा दिया है.
कभी हरियाणा की राजनीति में तूफान बनकर आई अनुराधा बाली उर्फ फिज़ा की मौत अब ऐसी उलझी पहेली बन चुकी है, जिसे सुलझाने के चक्कर में पुलिस का सामना रोज किसी ना किसी सनसनीखेज खुलासे से हो रहा है. पुलिस को अब तक यही नहीं पता कि फिज़ा की मौत कैसे हुई? वो अनजाने में मौत को खुद गले लगा बैठी या उसने आत्महत्या की? या फिर वो किसी बड़ी साजिश का शिकार हो गई?
हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन से तलाक के बाद बंगले में तन्हाई की ज़िंदगी गुजार रही फिज़ा के घर से करोड़ रुपए कैश मिले और करोड़ों का खजाना मिला सोने और चांदी के गहनों के रूप में. फिज़ा के घर से मिली दौलत का सबसे चौंकाऊ पहलू ये है कि उस पर ये दौलत कोई और लुटा रहा था. कोई था, जो फिज़ा के पास नोटों के बंडल पहुंचा रहा था वो भी नाम और टेलीफोन नंबर के साथ.
फिज़ा पर दौलत लुटाने के पीछे मंशा क्या थी, ये सस्पेंस फिज़ा के मोबाइल फोन में सुरक्षित एसएमएस से और उलझ गया. एक पूर्व राजनेता की तलाकशुदा पत्नी को अलग-अलग नंबरों से रोमांटिक एसएमएस भेजे जा रहे थे. अब पुलिस फिज़ा की मौत के साथ ही ये गुत्थी सुलझाने में उलझी है कि आखिर फिज़ा पर कितने लोग फिदा थे?
जिन लोगों के नाम फिज़ा के मोबाइल फोन और नोटों के बंडलों से निकले हैं, उनकी और उनके जैसे ना जाने कितने लोगों की सांस ये सोचकर अटक गई है कि फिज़ा ने लॉकर में जाने कौन-कौन से रहस्य बंद कर रखे हैं. मौत से ठीक पहले फिज़ा का मोबाइल फोन स्विच ऑफ था और जब पुलिस ने मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए फिज़ा का मोबाइल ऑन किया, तो उसके मैसेज़ बॉक्स में मिले कई रोमांटिक मैसेजेस.
फिज़ा के पुराने दोस्त बताते हैं कि चांद मुहम्मद एपिसोड के बाद से वो काफी बदल गई थी. वो सिर्फ उन्हीं लोगों से मिलती थी, जिनके साथ फोन पर अप्वांटमेंट फिक्स होता था. पुलिस ने उन्हीं लोगों की फेहरिस्त जानने के लिए फिज़ा का मोबाइल फोन खंगालना शुरू किया, जिसमें भरे पड़े थे रोमांटिक एसएमएस. फिज़ा के मोबाइल फोन पर कई प्रेम संदेशों वाले दर्जनों एसएमएस आए थे. ये एसएमएस किसी एक शख्स के नहीं थे, बल्कि अलग-अलग लोगों ने फिज़ा से अपनी दीवानगी का इजहार एसएमएस भेजकर किया था, लेकिन सबसे हैरानी वाली बात ये है कि ये संदेश भेजने वाले आम लोग नहीं थे.
फिज़ा के तीन मोबाइल फोन में मिले रोमांटिक एसएमएस भेजने वालों में कई बड़े रसूखदार लोग शामिल हैं. बड़ी-बड़ी हस्तियों का नाम और नंबर फिज़ा के मोबाइल में होना कोई बड़ी बात नहीं थी. ये सबको पता था कि पंजाब और हरियाणा में सत्ता के गलियारों में उसकी ऊंची पहुंच रही है, लेकिन इस सवाल ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं कि आखिर बड़ी-बड़ी हस्तियों ने फिज़ा पर डोरे डालने की कोशिश क्यों की? मोबाइल फोन के अलावा फिज़ा के घर से मिली सीडी में भी कई एसएमएस मिले हैं.
मोबाइल फोन में मिले एसएमएस चूंकि हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़े हैं, इसलिए पुलिस फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है. हालांकि जांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि फिज़ा से जितने लोगों का भी किसी ना किसी तरह से ताल्लुक रहा है, उन सबसे पूछताछ की जाएगी. फिज़ा की लाश मिलने के चार दिन बाद भी जब पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं लगा था तो पुलिस ने एक बार फिर फिज़ा का घर खंगाला तो पुलिस को फिज़ा के घर से अभी 92 लाख रुपए कैश के साथ डेढ़ किलो सोना और किलो भर से ज़्यादा चांदी के जेवरात भी मिले.
अब यही करोड़ों की दौलत पुलिस के लिए एक राज बन कर रह गई है. पुलिस को फिज़ा के घर से मिले नोटों के बंडलों पर लिखे कुछ लोगों के नाम और मोबाइल नंबर मिले हैं, मसलन 500 की एक गड्डी पर किसी सचिन का नाम और मोबाइल नंबर है. पुलिस अभी यही मान कर चल रही है कि सचिन ने ही फिज़ा को 50 हजार रुपये दिये थे लेकिन ये सचिन कौन है और फिज़ा को उसने इतनी मोटी रकम क्यों दी, इसका जवाब पुलिस के पास अभी नहीं है. इसी तरह एक लाख रुपये की एक गड्डी पर दविंदर का नाम लिखा है.
अब पुलिस को यह पता लगाना है कि ये कौन लोग हैं, जो फिज़ा पर दौलत लुटा रहे थे? पुलिस को ये भी नहीं पता कि नोटों के बंडल पर नाम और नंबर किसने और क्यों लिखे. इतनी दौलत की बरामदगी ने पुलिस के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. फिज़ा पिछले कई सालों से कहीं नौकरी नहीं कर रही थीं, फिर उनके पास इतनी दौलत कहां से आई. फिज़ा का कोई बिजनेस भी नहीं है, तो फिर करोड़ों का सोना और कैश घर में कहां से आया. क्या इस दौलत का वास्ता काली कमाई से है.
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने फिज़ा को पैसे देने वालों की एक लिस्ट तैयार कर ली है और अब वो इन सबसे पूछताछ की तैयारी कर रही है. अब देखना ये है कि क्या इन लोगों से पूछताछ के बाद फिज़ा के घर से मिली करोड़ों की दौलत के ऊपर पड़े राज़ का पर्दा उठ पाएगा या नहीं. फिज़ा के बंगले से उठा नोटों का ये बवाल आने वाले दिनों में कुछ और नए तूफान खड़ा कर सकता है, क्योंकि पुलिस की नज़र अब फिज़ा के तीन बैंक लॉकर्स पर है. पुलिस फिज़ा के बैंक लॉकर्स खुलवाने वाली है, वो भी इनकम टैक्स अफसरों की मौजूदगी में.
मोहाली पुलिस जिस वक्त अनुराधा बाली उर्फ फिज़ा की लाश पोस्टमॉर्टम के लिए ले जा रही थी, ऐन उसी वक्त फिज़ा की सबसे हैरतअंगेज़ हरकत सामने आई, मोहाली पुलिस को डाक से एक शिकायत मिली थी, जिसमें फिज़ा के करीबी दोस्त और वकील दिलीप महाजन ने आरोप लगाया था फिज़ा उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी ले गई है और अब उसे लौटाने की बजाय धमकियां दे रही है. अंबाला-चंडीगढ़ हाइवे पर लावारिस कार में मिली इस स्कॉर्पियो गाड़ी का अनुराधा बाली उर्फ फिज़ा से बड़ा पेचीदा नाता है.
इस बात का खुलासा तब हुआ, जब गाड़ी की तलाशी के दौरान पुलिस को इसमें चंडीगढ़ के एक अस्पताल की पर्ची मिली. वो पर्ची अनुराधा बाली के नाम की थी. बाद में पता चला कि ये वही गाड़ी है, जिसे फिज़ा ने दिलीप महाजन से उधार मांगा था. फिज़ा की मौत के बाद दिलीप महाजन की गाड़ी तो मिल गई, लेकिन इस सवाल का जवाब पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया कि जब फिज़ा के पास खुद की दो-दो गाड़ियां थीं, तो फिर उसने दिलीप महाजन की गाड़ी क्यों मांगी, हालांकि दिलीप महाजन के छोटे भाई और फिज़ा के दोस्त रोहित का दावा है कि फिज़ा पहले भी लंबी दूरी की यात्रा के लिए गाड़ी मांगती थी और दो-चार दिन में लौटा भी देती थी.
अपनी जांच के दौरान पुलिस को सेक्टर 23 के एससीओ नं 19 के एसबीआई बैंक में अनुराधा बाली का बैंक खाते का पता चला है. लेकिन बैंक के ब्रांच मैनेजर के मुताबिक फिज़ा उर्फ अनुराधा बाली का उनके बैंक में कई सालों से सेविंग अकाउंट है. लेकिन उनकी ब्रांच में उनके नाम से कोई लॉकर नहीं है. दरअसल पुलिस फिज़ा के घर से मिली करोड़ों की दौलत के राज पर पड़े पर्दे को उठाने की कोशिश कर रही है. और इसके लिए फिज़ा के कई लॉकर्स खुलवाने की तैयारी में है, लेकिन इस खबर ने पंजाब और हरियाणा के कई दिग्गजों की नींद उड़ा दी है और हो सकता है कि फिज़ा के बैंक लॉकर्स में इनमें से कई लोगों के राज़ भी बाहर निकल आएं.
दूसरी तरफ फिज़ा के मोबाइल फोन में मिले एसएमएस हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़े हैं, इसलिए पुलिस फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है. सूत्रों के मुताबिक फिज़ा से जितने लोगों का भी किसी ना किसी तरह से ताल्लुक रहा है. फिज़ा की मौत के बाद जिस तरह के खुलासे हो रहे हैं, उसे देखते हुए पुलिस को भी लगने लगा है कि बैंक लॉकर्स में कोई बड़ा सुराग मिल सकता है. हालांकि ये कोई नहीं जानता कि लॉकर्स से निकलने वाले सुराग फिज़ा की मौत की गुत्थी सुलझाएंगे या फिर सामने लाएंगे इस उलझे हुए केस का कोई और पेचीदा पहलू.