वित्तीय संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस ने कोलकाता और हैदराबाद सहित कई प्रमुख शहरों की अपनी विमान सेवाएं कुछ समय के लिए स्थगित कर दी हैं.
इसके साथ ही एयरलाइन ने परिचालन के लिए धन की अतिरिक्त व्यवस्था होने तक लगभग 3,500 कर्मचारियों को काम पर न आने को कहा है जो उसके कुल कर्मचारियों की संख्या के आधे के बराबर हैं.
किंगफिशर कंपनी ने कर्मचारियों को हटाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है. उसका कहना है कि यह सब कंपनी के लिए पैसे की व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर बैंकों तथा सरकार के निर्णय पर निर्भर करेगा.
भारी वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी पिछले लगभग तीन माह से अपने कर्मचारियों का वेतन नहीं दे पाई है और साथ ही अन्य बकाये का भी भुगतान नहीं कर सकी है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि पूंजी की व्यवस्था होने तक हम थमकर चल रहे हैं. कई स्टेशन ऐसे हैं जहां हमने परिचालन अस्थायी तौर पर स्थगित किया है.
प्रवक्ता ने कहा, ‘चूंकि हम नयी पूंजी मिलने के बाद ही उन केंद्रों के लिए सेवाओं को फिर शुरू कर सकते हैं. इसलिए उन केंद्रों के ज्यादातर कर्मचारियों को काम पर नहीं आने को कहा गया है, पर उनका नाम कंपनी की सूची में बना रहेगा.’ एयरलाइन के सूत्रों ने कहा कि नकदी संकट से जूझ रही कंपनी की उड़ाने पहले 60 गंतव्यों तक थीं. अब एयरलाइन की उड़ानें 30 से भी कम शहरों के लिए होंगी. जिस शहरों में परिचालन अस्थायी तौर पर स्थगित किया गया है उनमें कोलकाता, हैदराबाद, पटना, लखनऊ, तिरुवनंतपुरम और भुवनेश्वर हैं.
किंगफिशर ने कहा है कि उसके 7,000 कर्मचारियों में से 40 से 50 प्रतिशत को घर पर बैठना होगा. हालांकि वे कंपनी की सूची में बने रहेंगे. किंगफिशर के कर्मचारियों को निकालने के बारे में चल रही अटकलबाजियों के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने बताया, ‘अभी हम थम कर चल रहे हैं और एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) और रोजमर्रा के काम के लिए पूंजी की व्यवस्था आदि के बारे में सरकार तथा बैंकों के समूह के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे हैं. इन फैसलों का कर्मचारियों के बारे में हमारे निर्णय पर बड़ा प्रभाव होगा.’ भारतीय स्टेट बैंक सहित 13 सरकारी बैंकों का गत फरवरी में इस एयरलाइन पर 5,608 करोड़ रुपये का बकाया था. कंपनी पर कुल 7,000 करोड़ रुपये का ऋण है.
किंगफिशर ने कहा है कि जब तक उसे अतिरिक्त पूंजी नहीं मिलती वह इन गर्मियों में 20 विमानों के साथ कुल 120 उड़ानों का ही परिचालन करेगी. जाड़ों में वह 28 विमानों के साथ 140 उड़ानों का परिचालन कर रही थी जबकि उसने 64 विमानों के साथ दैनिक 400 उड़ानों के परिचालन करने का प्रस्ताव कर रखा था.
प्रवक्ता ने बताया कि बेंगलूर में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण के निर्देश के तहत किंगफिशर ने 44 करोड़ रुपये का स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) के बकाये का भुगतान कर दिया है. यह भुगतान उसे 27 मार्च तक करना था.