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वक्त का तकाजा है एक आदिवासी राष्ट्रपति: नेताम

राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पी ए संगमा का समर्थन करने के लिए पार्टी से निलंबित वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविन्द नेताम ने कहा वक्त का तकाजा है कि एक आदिवासी देश का राष्ट्रपति बने.

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राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पी ए संगमा का समर्थन करने के लिए पार्टी से निलंबित वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविन्द नेताम ने कहा वक्त का तकाजा है कि एक आदिवासी देश का राष्ट्रपति बने.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘यह सही समय है जब एक आदिवासी को देश का अगला राष्ट्रपति बनाना चाहिए और मैंने राष्ट्रपति के पद के लिए एक आदिवासी उम्मीदवार का समर्थन करके कुछ गलत नहीं किया है.’

उन्होंने कहा कि कई बार उन्हें लगता है कि आदिवासियों का कोई पेशवर राजनेता नहीं होने की वजह से इस समुदाय को समस्या का सामना करना पड़ता.

उन्होंने कहा, ‘यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि आदिवासी हर पहलू से विकास करें.’

कांग्रेस ने गुरूवार को 70 वर्षीय आदिवासी नेता को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था क्योंकि राष्ट्रपति पद की होड़ में उन्होंने पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार की बताया पीए संगमा का समर्थन किया.

पार्टी के इस फैसले पर नेताम ने कहा, ‘यह कांग्रेस को तय करना है कि वह मेरे साथ क्या करना चाहती है, मैं इसकी चिंता नहीं करता.’

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नेताम ने कहा कि पिछले एक महीने से अनुसूचित जनजाति फोरम इस बात के लिए प्रयास कर रहा था कि राष्ट्रपति पद के लिए किसी आदिवासी को उम्मीदवार बनाया जाये.

उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में फोरम ने कुछ नाम भी सुझाये थे, जिन में नागालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री एस सी जमीर और उनका खुद का नाम शामिल था.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा उन्हें इस बात की खुशी है कि देश के कम से कम दो मुख्मंत्रियों उड़ीसा के नवीन पटनायक और तमिलनाडु की जयललिता ने फोरम की बात का समर्थन करते हुए संगमा का समर्थन किया.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि फोरम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शायद इसलिए नहीं मिल सका क्योंकि उनके पास इससे मिलने के लिए समय ही नहीं था.

नेताम ने कहा कि ऐसी हालत में यह अच्छा होता कि कांग्रेस का कोई भी दूसरा बड़ा नेता फोरम के नेताओं से मिलता.

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