भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार किया है कि विदेशी धरती पर लगातार पांच हार से उनकी टीम का मनोबल गिरा है लेकिन उनके साथी सिडनी टेस्ट मैच के माध्यम से चार मैचों की इस श्रृंखला में वापसी करने में सफल रहेंगे.
धोनी महसूस करते हैं कि मेलबर्न टेस्ट मैच में मिली 122 रनों की हार के बाद भारतीय टीम को नकारना समय से पहले लिया गया फैसला साबित हो सकता है.
धोनी ने सिडनी क्रिकेट मैदान पर संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप भारत को इस श्रृंखला में चुका हुआ कहने के बारे में सोच रहे हैं लेकिन हमारे खिलाड़ियों के कद को देखते हुए ऐसा कहना गलत हो सकता है. हमने हमेशा वापसी की है और आस्ट्रेलियाई टीम को इस श्रृंखला में हमारे गेंदबाजों और बल्लेबाजों से निपटने के लिए अच्छी-खासी मेहनत करनी होगी. यह अलग बात है कि हम पहले टेस्ट मैच में अच्छा नहीं खेले लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि हम आस्ट्रेलिया में अच्छा खेल ही नहीं सकते.
धोनी ने कहा कि विदेशी धरती पर लगातार पांच हार ने उनके साथियों के आत्मविश्वास को हिलाया है लेकिन यह भी सच है कि उनके साथियों ने हर हार से सबक ली है.
धोनी ने कहा कि लगातार हार से सोच पर असर पड़ती है लेकिन इससे हमारे स्तर पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि हम जानते हैं कि आखिरकार यह सब क्यों हो रहा है. हम गलतियों से सीखते हैं और हमेशा सकारात्मक सोचते हैं. बीती हारों से हमने काफी कुछ सकारात्मक सीख हासिल की है.