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अभी हुए चुनाव तो बीजेपी को होगा फायदा: इंडिया टुडे-ओआरजी ओपिनियन पोल

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की सरगर्मी से गर्म है सियासी माहौल. चारो ओर नेताओं की रेलम पेल है. मुद्दे हैं, नारे हैं, दांव-पेंच हैं पर इस सबके बीच सबके दिमाग में सवाल यही है कि आखिर किस करवट बैठेगा सियासत का ऊंट. तो आजतक देगा इसका जवाब.

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इंडिया टुडे ओआरजी ओपिनियन पोल
इंडिया टुडे ओआरजी ओपिनियन पोल

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की सरगर्मी से गर्म है सियासी माहौल. चारो ओर नेताओं की रेलम पेल है. मुद्दे हैं, नारे हैं, दांव-पेंच हैं पर इस सबके बीच सबके दिमाग में सवाल यही है कि आखिर किस करवट बैठेगा सियासत का ऊंट. तो आजतक देगा इसका जवाब.

इंडिया टुडे ओआरजी ओपिनियन पोल से साफ हुई है तमाम सवालों को लेकर देश की तस्वीर. 17 सवालों के हवाले से हम आपको बताते हैं कि क्या सोच रहा है देश. पहला सवाल है अगर आज चुनाव हो जाएं तो कौन सा गठबंधन किस हालत में होगा. इसका जवाब बड़ा ही चौंकाने वाला है. यूपीए की सीटें हैं 168 से 178 जबकि 2009 में उनकी सीटें थीं 259. एनडीए की सीटें हैं 180 से 190 जबकि 2009 में सीटें थीं 159.

इंडिया टुडे ओआरजी ओपिनियन पोल का दूसरा सवाल था कि अगर आज चुनाव हों तो कांग्रेस और बीजेपी में से किसकी सीटें ज्यादा होंगीं. देश का जवाब है कांग्रेस को 108, जबकि 2009 में थीं 207. बीजेपी को 140, जबकि 2009 में थीं 115. यानी साफ है कि देश का यूपीए गठबंधन की अगुवाई करने वाली कांग्रेस से भरोसा कम हुआ है.

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इंडिया-टुडे ओआरजी पोल सर्वे में अगला सवाल था देश में पीएम के तौर पर पहली पसंद कौन है. हम आपको देश का मूड बताते हैं. नरेन्द्र मोदी 24 फीसदी के साथ नंबर वन हैं. राहुल गांधी 17 फीसदी के साथ नंबर दो रहे. 10 फीसदी के साथ आडवाणी नंबर तीन रहे, जबकि मनमोहन सिंह और सोनिया को चाहने वालों की तादाद भी 10 फीसदी के आसपास ही रही. नीतीश कुमार की पसंद का प्रतिशत 5 फीसदी रहा.

आजतक-ओआरजी सर्वे में अगला सवाल था कि 2014 में किस पार्टी का नेता पीएम की गद्दी पर बैठेगा तो जवाब हैरत वाला मिला. देश का मानना है कि अबकी बार पीएम ने कांग्रेस से होगा और न ही बीजेपी से बल्कि अन्य दलों का कोई बड़ा नेता पीएम की गद्दी पर बैठेगा लेकिन वो देवगौड़ा और गुजराल की तरह कमजोर नहीं होगा उसका शासन लंबा जाएगा.

इंडिया टुडे ओआरजी पोल सर्वे में अगला सवाल था प्रदेश में बेस्ट सीएम  कौन है. तो 19 राज्यों के इस सर्वे में बात सामने आयी कि नरेन्द्र मोदी नंबर वन, नीतीश कुमार नंबर दो, ममता बनर्जी नंबर तीन, शीला दीक्षित नंबर चार हैं जबकि मायावतकी नंबर पांच हैं. यानी कांग्रेस का एक सीएम ही टॉप फाइव में आया है.

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इंडिया टुडे ओआरजी पोल सर्वे में अगला सवाल था कि देश का रोल मॉडल कौन है. जवाब बेहद चौकाने वाला रहा. खास कर उन लोगों के लिए जो अन्ना हजारे की लड़ाई औऱ वजूद को खत्म मान कर चल रहे हैं. जवाब है अन्ना हजारे 14 फीसदी लोगों की नजर में देश के सर्वोच्च रोल मॉडल हैं, जबिक सचिन तेंदुलकर 6 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर हैं और राहुल गांधी 4 फीसदी के साथ तीसरे नंबर पर हैं.

देश के सबसे बड़े सवाल महंगाई के मुजरिम की खोज जब इंडिया टुडे ओआरजी पोल सर्वे में देश के 19 राज्यों में की गयी तो पता चला कि देश के 37 फीसदी लोग मनमोहन सिंह को महंगाई का दोषी मानते हैं जबकि प्रणब मुखर्जी को 24 फीसदी और शरद पवार को 16 फीसदी लोग दोषी मानते हैं.

सर्वे में हमने जानना चाहा कि आखिर देश की समस्य़ाओं को सुलझाने में किस दल पर देश का भरोसा है, तो लोगों का जवाब था कि बीजेपी सबसे सक्षम है 35 फीसदी के साथ जबकि गैर यूपीए और गैर एनडीए दल देश की समस्या का बेहतर समाधान दे सकने की स्थिति 32 फीसदी लोगों को सही लगी. जबकि कांग्रेस पर 26 फीसदी लोगों को ही भरोसा रहा.

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सर्वे में जब पूछा गया कि भ्रष्टाचार की समस्या से देश को कौन सा दल निजात दिला सकता है तो 35 फीसदी लोगों ने माना कि गैर यूपीए और एनडीए दलों में ये क्षमता है, जबकि बीजेपी पर 33 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया. कांग्रेस को महज 25 फीसदी लोगों ने इस काम के लिए सही समझा.

सर्वे के दौरान जब सवाल पूछा गया है कि गरीबों के बारे में सोच कर सत्ता चलाने वाले दलों में सबसे ऊपर कौन तो देश का जवाब चौकाने वाला था. हमारे सैंपल साइज के पैंतीस फीसदी लोगों का मानना था कि गैर एनडीए और गैर यूपीए दलों की नीतियां ज्यादा गरीबों के पक्ष में है जबिक 31 फीसदी लोगों ने बीजेपी पर भरोसा जताया और महज 26 फीसदी लोगों ने ही कांग्रेस पर ऐतबार किया.

इंडिया टुडे-ओआरजी पोल सर्वे में देश के 19 राज्यों में 12 हजार 648 लोगों से जब ये पूछा गया कि वो सोनिया के बाद कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर किसे देखना चाहते हैं तो उनमें से 59 फीसदी लोगों ने राहुल को सही उत्तराधिकारी करार दिया.

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