देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा है कि अगर उन्होंने कुछ समझौते किए होते तो वह दिल्ली पुलिस की पहली महिला आयुक्त बन जातीं.
उन्होंने अमेरिका के बर्नार्ड कॉलेज द्वारा शुक्रवार को आयोजित ‘वीमेन चेंजिंग इंडिया’ विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘दिल्ली की पहली महिला पुलिस आयुक्त बनने के लिए मैं कुछ समझौते कर सकती थी लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. यदि मैंने ऐसा किया होता तो मेरा खुद का सम्मान गिर जाता.’ ‘सामाजिक सक्रियता पर वार्ता’ सत्र में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ नौकरशाहों एवं राजनीतिज्ञों ने यह तय करने के लिए ‘साजिश’ रची कि दिल्ली में कोई महिला पुलिस प्रमुख नहीं बन पाए.
किरण बेदी के अतिरिक्त स्वरोजगार महिला संगठन की सामाजिक सुरक्षा निदेशक मिराय चटर्जी, टीच फॉर इंडिया संस्थापक शाहीन मिस्त्री और भारतीय प्रबंधन संस्थान बेंगलूर में प्रोफेसर गीता सेन ने भी वक्ताओं के रूप में भाग लिया.
बर्नार्ड कॉलेज की अध्यक्ष डेबोरा स्पार ने कहा, ‘भारत में महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी है. वे अपने समुदायों की नेता हैं, आर्थिक विकास, आंदोलनों, कारपोरेट बोर्ड कक्षों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है..यहां हो रही प्रत्येक घटना पर उनका प्रभाव है.’