ग्रीन टी एक स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ है, यह अक्सर सुनने को मिलता है, लेकिन वैज्ञानिकों को मिले एक साक्ष्य के मुताबिक यह मस्तिष्क के लिए लाभदायी होता है. वैज्ञानिकों ने इसमें ऐसे रासायनिक तत्व पाए हैं जो मस्तिष्क की कोशिका के उत्पादन, स्मृति में सुधार के साथ-साथ सीखने की क्षमता को प्रभावित करता है. चीन के चोगकिग स्थित 'थर्ड मिलिट्री मेडिकल यूनिवर्सिटी' के प्राध्यापक युन बाए ने कहा, 'ग्रीन टी दुनियाभर में सबसे प्रचलित पेय पदार्थो में से एक है. हृदय सम्बंधित रोग के इलाज में इसके इस्तेमाल पर पर्याप्त वैज्ञानिक नजर रही है, लेकिन ऐसे नए साक्ष्य मिले हैं जिसके मुताबिक इसके रासायनिक तत्व मस्तिष्क के कोशिकीय प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है.' मोलिक्युलर न्युट्रीशन एंड फूड रिसर्च पत्रिका में छपी एक रपट के मुताबिक युआन के शोधकताओं के दल ने ग्रीन टी के मुख्य जैव-रासायनिक अवयव ईजीसीजी (एपिगैलोकेटेचीन-3 गैलैट) पर ध्यान दिया. यह एक आक्सीजनरोधी है. शोधकर्ताओं के दल का मानना था कि यह उम्र सम्बंधी रोग के इलाज में भी लाभदायी हो सकता है. युन ने कहा, 'हमने यह पेश किया कि स्नायु कोशिका की उत्पत्ति के प्रभाव से ईजीसीजी संज्ञानात्मक प्रक्रिया में सुधार लाया जा सकता है.' उन्होंने कहा, 'हमने अपने शोध में मस्तिष्क के एक हिस्से हिप्पोकैम्पस पर ध्यान दिया जो लघु अवधि और दीर्घ अवधि की स्मृति से सूचनाओं का तैयार करता है.' शोधकर्ताओं ने पाया कि स्टेम कोशिका के तरह विभिन्न कोशिका में रुपांतरित होने वाली स्नायु प्रजनक कोशिका के उत्पादन में ईजीसीजी बढा़वा देता है. तब इन शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में चूहे पर प्रयोग कर यह जानने की कोशिश की कि कहीं इन कोशिकाओं के उत्पादन से स्मृति और सीखने की क्षमता के बढ़ने में कोई मदद तो नहीं मिलती. अंतत: इस प्रक्रिया का परिणाम उम्मीद के मुताबिक आया.