चक्रवाती तूफान ठाणे से प्रभावित तमिनालडु के कुड्डुलूर जिले और पड़ोसी पुडुचेरी में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू किया है. इस तूफान की वजह से मरने वालों की संख्या 42 तक पहुंच गयी है.
प्रशासनिक मशीनरी के राहत कार्य में पूरी तरह जुटने के बीच मुख्यमंत्री जे जयललिता ने कहा है कि बाढ़जनित घटनाओं में नौ और लोग मरे हैं जिससे चक्रवाती तूफान गुजरने के बाद मरने वालों की संख्या 42 हो गयी है. ठाणे शुक्रवार को तमिलनाडु तट से गुजरा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्वाधिक प्रभावित कुड्डुलूर जिले में पांच, कांचीपुरम में तीन और थेनी में एक व्यक्ति की जान गयी. उन्होंने मरने वाले लोगों के परिवारों के लिए दो-दो लाख रूपए की अनुग्रह राशि घोषित की. शनिवार को इस भयंकर तूफान ने खासकर कुड्डुलूर और पुडुचेरी में 33 लोगों की जान चली थी और 20 हजार लोगों को बेघर कर दिया था.
कुड्डुलूर जिले के कई हिस्सों में चारों ओर तबाही ही तबाही नजर आ रही है. जगह जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़े हुए मिले और दूध जैसी आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गयी है. अधिकारियों ने 60 टैंकरों से जलापूर्ति शुरू की है.
राहत कार्यों की निगरानी करने वाले तमिलनाडु के ग्रामीण उद्योग मंत्री एम सी संपत ने कहा कि कुड्डुलूर जिले में कुछ दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी. जिलाधिकारी वी अमूधावल्ली ने बताया कि पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राहत कार्य की निगरानी कर रहे है और चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं. हालांकि अब यह तूफान कमजोर पड़ गया है.
अधिकारियों ने बताया कि तमिलनाडु के समीपवर्ती जिलों से कट गए पुडुचेरी में तेजी से सामान्य स्थिति बहाल हो रही है, आज सड़क और रेल यातायात पटरी पर लौट गयी.
उन्होंने बताया कि शहर में आतंरिक सड़कों पर पड़े उखड़े हुए पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाया गया. विद्युत आपूर्ति विभिन्न चरणों में बहाल की जा रही है.