लगता है कोयला खदानों का मसला आसानी से ठंडा नहीं होने वाला है. सीएजी रिपोर्ट लीक होने के बाद और इसपर पीएमओ की सफाई के बाद मंगलवार को सीएजी विनोद राय ने फिर से कहा कि उनकी रिपोर्ट सोलह आने सही है और सीएजी की तरफ से न गलती होती है, न होगी.
कोयला खदानों को लेकर सीएजी यानी comptroller and auditor general की ड्राफ्ट रिपोर्ट पर हुआ बवाल अभी थमा नहीं है और सीएजी विनोद राय ने बेहद मजबूती से अपना बचाव किया है. राय ने बहुत साफ कहा है कि सीएजी की रिपोर्ट गलत नहीं हो सकती.
एक अखबार में छपी कैग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2004 से 2009 के बीच कोयला ब्लॉक आवंटन में नीलामी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई थी और सरकार को इसके चलते 10.67 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. हालांकि बाद में कैग ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर साफ किया था कि जो रिपोर्ट सामने आई है, वो प्रारंभिक रिपोर्ट का मसौदा भी नहीं हैं. इसी आधार पर पीएमओ ने भी अपना बचाव किया था.
जब आजतक ने विनोद राय से पूछा कि क्या वे रिपोर्ट लीक होने से नाखुश हैं तो उन्होंने कहा, 'मैंने संसद के लिए रिपोर्ट तैयार की. ये लीक क्यों होगी. मैं रिपोर्ट जमा करने के बाद ही इस मुद्दे पर बात करूंगा.
2-जी और सीडब्लयूजी जैसे घोटालों पर सीएजी की रिपोर्ट से केंद्र सरकार पहले ही बैकफुट पर है और इस ताजा मुद्दे पर भी ठीक से बचाव नहीं कर पा रही है. यही वजह है कि दिल्ली में आयोजित जिस कार्यक्रम में विनोद राय मौजूद थे, वहां निमंत्रण के बावजूद कई कांग्रेसी नेता नहीं पहुंचे.