इशांत शर्मा की शानदार गेंदबाजी से जीत की तरफ बढ़ रहे भारत की राह में डेरेन ब्रावो की संकल्पपूर्ण बल्लेबाजी और बारिश की खलनायकी रोड़ा बन गयी जिससे वेस्टइंडीज रविवार को दूसरा टेस्ट क्रिकेट मैच ड्रा कराकर तीन मैचों श्रृंखला जीवंत रखने में सफल रहा.
वेस्टइंडीज ने 281 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जब सात विकेट पर 202 रन बनाये थे तभी बारिश और खराब रोशनी के कारण आगे का खेल नहीं हो पाया. उस समय लगभग 11 ओवर का खेल होना बाकी था लेकिन अंपायरों ने यहीं पर मैच अनिर्णीत समाप्त घोषित कर दिया.
इस तरह से भारत केनसिंगटन ओवल में कभी जीत दर्ज नहीं कर पाने का मिथक तोड़ने में नाकाम रहा. इस मैदान पर भारतीय टीम ने नौ मैच खेले हैं जिनमें से सात में उसे हार मिली जबकि दो ड्रा रहे.
भारत ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 269 रन पर समाप्त घोषित करने के बाद शुरू से ही वेस्टइंडीज को झटके देने शुरू कर दिये थे.
डेरेन ब्रावो ने हालांकि 282 मिनट क्रीज पर बिताकर 73 रन की जोरदार पारी खेली जबकि कार्लटन बा ने नाबाद 46 रन बनाये जिससे वेस्टइंडीज मैच बचाने में सफल रहा. इशांत ने 53 रन देकर चार विकेट और मैच में 108 रन देकर दस विकेट लिये. उन्हें अपने कैरियर के इस सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये मैन आफ द मैच चुना गया.
मैच तब रोमांचक मोड़ पर था जब वेस्टइंडीज ने पांच विकेट पर 181 रन बनाये थे लेकिन तभी बारिश आ गयी. इसके बाद जब खेल शुरू हुआ तो 17 ओवर बचे थे. भारत ने इसके बाद आठ गेंद के अंदर दो और विकेट झटक लिये थे जिनमें ब्रावो का विकेट भी शामिल था लेकिन तभी बारिश आने लगी और अंपायरों ने मैच ड्रा करने का फैसला कर दिया.
भारत ने किंग्सटन में खेला गया पहला मैच 63 रन से जीतकर श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल कर रखी है. तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच छह जुलाई से डोमिनिका में खेला जाएगा.
इशांत ने पारी के चौथे ओवर में ही लेंडल सिमन्स (14) को आउट कर दिया था. सिमन्स की उनकी गंेद की लाइन में आये बिना ड्राइव करने के प्रयास में स्लिप में राहुल द्रविड़ को कैच दे बैठे. इसके बाद प्रवीण कुमार ने अनुभवी रामनरेश सरवन (8) शार्ट पिच गेद पर तीसरी स्लिप में खड़े सुरेश रैना के हाथों कैच कराया. इशांत ने दूसरे सत्र के दूसरे ओवर में ही एड्रियन बराथ (27) को आउट करके यह स्कोर तीन विकेट पर 55 रन कर दिया. इशांत की शार्ट पिच गेंद पर बराथ ने अपने बल्ले का मुंह खोल दिया और बाकी काम तीसरी स्लिप में खड़े रैना ने पूरा ने कर दिया.
शिवनारायण चंद्रपाल (87 गेंद पर 12 रन) ने बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया. यही वजह रही कि वेस्टइंडीज ने दूसरे सत्र में 30 ओवर में 57 रन बनाये. अंपायर इयान गाउल्ड की कृपा से भारत को हालांकि तीसरे सत्र के पहले ओवर में ही चंद्रपाल का विकेट मिल गया.
हरभजन सिंह की जिस गेंद पर बायें हाथ के इस बल्लेबाज को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया वह आफ स्टंप से काफी बाहर जा रही थी. इसके बाद इशांत ने नये बल्लेबाज मलरेन सैमुअल्स (9) को एलबीडब्ल्यू करके भारतीय उम्मीदों को पंख लगा दिये.
बारिश थमने के बाद जब खेल शुरू हुआ तो अभिमन्यु मिथुन ने ब्रावो को धोनी के हाथों आउट करा दिया जबकि इशांत ने कप्तान डेरेन सैमी को एलबीडब्ल्यू आउट किया लेकिन इसके एक गेंद बाद ही खराब रोशनी के कारण मैच रोक दिया गया. मैच के दूसरे और तीसरे दिन भी बारिश के कारण काफी खेल बर्बाद हुआ था.
एडवर्डस ने इसके बाद वीवीएस लक्ष्मण (87) की जुझारू पारी का अंत किया. इस तरह से पहली पारी में 85 रन बनाने वाला यह कलात्मक हैदराबादी बल्लेबाज लगातार दूसरी पारी में शतक पूरा नहीं करने के कारण निराश होकर पवेलियन लौटा.
लक्ष्मण ने एडवर्डस की आफ स्टंप से बाहर तेजी से निकलती गेंद को छेड़ने का खामियाजा भुगता और सैमी ने फिर से दूसरी स्लिप में कोई गलती नहीं की. उन्होंने अपनी पारी में 188 गेंद खेली और आठ चौके लगाये. वेस्टइंडीज की तरफ से तेज गेंदबाज फिदेल एडवर्डस ने 76 रन देकर पांच विकेट.
धोनी की खराब फार्म जारी रही. एडवर्डस ने भारतीय कप्तान को आउट करके दिन का तीसरा और मैच का पांचवां विकेट हासिल किया. धोनी ने उनकी शर्ट पिच गेंद को उठाकर मारना चाहा लेकिन उनकी टाइमिंग सही नहीं थी और जिससे गेंद आसान कैच में तब्दील हो गयी. इसके बाद धोनी ने पारी समाप्त करने में देर नहीं लगायी. तब सुरेश रैना 12 और हरभजन सिंह छह रन पर खेल रहे थे.