भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में पी. ए. संगमा की उम्मीदवारी का समर्थन करने का फैसला किया है. हालांकि उम्मीदवारी को लेकर एनडीए में आम राय नहीं बन सकी.
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मौजूदा राजनीतिक हालात पर गौर करने के बाद पार्टी ने संगमा की उम्मीदवारी का समर्थन करने का फैसला किया.
सुषमा स्वराज ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी का यह कर्तव्य बनता था कि वह अपने उम्मीदवार का ऐलान करने से पहले प्रमुख विपक्षी दल से बात कर आम राय बनाने का प्रयास करती, पर कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया. सुषमा ने कहा कि चूंकि सत्ताधारी दल ने विपक्ष की अनदेखी की, इसलिए पार्टी ने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया.
सुषमा ने कहा कि संगमा को जयललिता और नवीन पटनायक का समर्थन पहले से ही हासिल है. अब बीजेपी भी संगमा के साथ है. प्रणब मुखर्जी के बारे में सुषमा ने कहा कि देश की खस्ताहाली के वे ही जिम्मेदार हैं.
इस बीच, पी. ए. संगमा ने अपनी उम्मीदवारी का समर्थन किए जाने पर बीजेपी और अन्य दलों के प्रति आभार जताया है.
पी. ए. संगमा ने कहा है कि बीजेपी, शिरोमणि अकाली दल समेत कई पार्टियों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि जेडीयू और शिवसेना इस मसले पर अलग राय रखती है.
संगमा ने कहा कि वे एनडीए के सभी घटक दलों से अनुरोध करेंगे कि वे उनके नाम का समर्थन करें. उन्होंने कहा कि उन्हें दो मुख्यमंत्रियों, जयललिता और नवीन पटनायक का समर्थन हासिल है.
एनसीपी से इस्तीफा दिए जाने के मसले पर संगमा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी के अलावा मेघालय विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया है.
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने को आतुर पीए संगमा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) छोड़ चुके हैं. पीए संगमा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की इच्छा कई बार जता चुके थे. यूपीए की ओर से प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने संगमा से अपनी उम्मीदवारी छोड़ने को कहा था.
जेडीयू ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह संगमा का साथ नहीं देगा. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर संगमा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे ट्राइबल फोरम ऑफ इंडिया के उम्मीदवार हैं, जिसका किसी राजनैतिक दल से कोई संबंध नहीं है.
बहरहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि संगमा राष्ट्रपति चुनाव में कितना दम दिखा पाते हैं.