किंगफिशर की उड़ानें रद्द होने का फायदा उठाते हुए प्रमुख विमानन कंपनियों ने पिछले कुछ दिनों में कई व्यस्त रूटों पर अपने किराए 45 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं.
सबसे व्यस्त दिल्ली-मुंबई रूट पर एक तरफ का किराया औसतन करीब 4,500 रुपये से 5,000 रुपये रहता है, लेकिन विमानन कंपनियां इस रूट पर 6,555 रुपये से 7,305 रुपये के दायरे में किराया वसूल रही हैं. इसी तरह, दिल्ली-बेंगलूर रूट पर एक तरफ का किराया औसतन 6,000-7,500 रुपये से बढ़ाकर 12,000 से 14,000 रुपये तक कर दिया गया है. वहीं दिल्ली-कोलकाता रूट पर किराया 5,000 रुपये से बढ़ाकर 6,500 रुपये कर दिया गया है.
ट्रैवेल एजेंटों ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि कुछ व्यस्ततम रूटों पर किंगफिशर द्वारा बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द किए जाने की वजह से ऐसा हुआ है. बेंगलूर-दिल्ली रूट पर किराया करीब दोगुना कर दिया गया है.
दिल्ली स्थित एक ट्रैवेल एजेंट ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि किंगफिशर के विमान में टिकट बुक करने वाले यात्रियों को प्रत्येक टिकट पर 2,000 से 3,000 रुपये तक का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें आखिरी क्षण अपनी टिकटें दोबारा बुक करानी पड़ रही हैं.
किंगफिशर ने आज करीब 40 उड़ानें निरस्त की जिसमें बैंकाक, सिंगापुर, काठमांडो और ढाका के लिए उड़ानें शामिल हैं.
किंगफिशर एयरलाइन्स की आज 30 से अधिक उड़ानें रद्द की गईं जिसमें बैंकाक, सिंगापुर, काठमांडो और ढाका के लिए उड़ानें शामिल हैं. इससे देशभर में विभिन्न हवार्ई अड्डों पर सैकड़ों यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कंपनी ने सोमवार को अपनी एक तिहाई उड़ानें रद्द की थीं. किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल और कंपनी के शीर्ष अधिकारियों को डीजीसीए ने सम्मन जारी कर उन्हें कल उपस्थित होने और उड़ानें रद्द करने की वजह बताने को कहा है.
किंगफिशर एयरलाइन्स के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘हमारी नियमित उड़ानों में कटौती की मुख्य वजह आयकर विभाग द्वारा अचानक हमारे बैंक खातों पर रोक लगाया जाना है. इससे परिचालन भुगतान की हमारी क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई.’ उन्होंने कहा, ‘एक बार बैंक खातों पर से रोक हटते ही कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जा सकता है और हवाईअड्डों पर खड़े विमानों को सेवाओं में लगाया जा सकता है.’
प्रवक्ता ने कहा, ‘भुगतान योजना पर सहमत होने और बैंक खातों पर रोक जल्द से जल्द हटाई जाए, इसके लिए कंपनी आयकर अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है. हम उनसे अपील कर रहे हैं कि यात्रा कर रहे लोगों को असुविधा किसी के हित में नहीं है.’ नागर विमानन मंत्री ने कहा, ‘हमारी पहली चिंता यह है कि यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए और फिर हम देखेंगे कि वे क्या जवाब देते हैं. डीजीसीए मामले की जांच कर रहा है.’ निरस्त हुई उड़ानों में मुंबई से 14, कोलकाता से 7 और दिल्ली से 6 उड़ानें शामिल हैं.