एयर इंडिया का पहला बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान चार वर्ष के लम्बे इंतजार के बाद शनिवार को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. यह विमान बिना रुके 16,000 किलोमीटर की उड़ान भर सकता है.
विश्व में एयर इंडिया पांचवीं एयरलाइन है जिसके पास ईंधन की खपत के लिहाज से किफायती एवं पर्यावरण अनुकूल यह विमान है. जापान एयरलाइंस एवं ऑल निप्पन एयरवेज इन विमानों का प्रयोग कर रही हैं.
एयर इंडिया के अधिकारी ने बताया कि पहला विमान शनिवार शाम को दिल्ली पहुंचा. एयरलाइन के प्रमुख ने इसका निरीक्षण किया. उड़ान की समयसारिणी एवं चालक दल के प्रशिक्षण के विषय में जल्द निर्णय लिया जाएगा.
अधिकारी के अनुसार विमान के साथ एयर इंडिया के चालक दल के 28 सदस्य भी थे. विमान शाम 4.55 बजे हवाई अड्डे पर उतरा जिसके बाद धार्मिक रीति से पूजा अर्चना की गई.
एयर इंडिया के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक रोहित नंदन ने कहा कि नया विमान नये मार्गो पर चलाया जाएगा ताकि ईंधन पर कम खर्च आए.
उन्होंने कहा कि 787 विमान के माध्यम से एयर इंडिया को नये उभरते हुए बाजारों तक पहुंचने में सहायता मिलेगी. हम इसके माध्यम से अपने उपभोक्तायों को उत्कृष्ट सेवा उपलब्ध करा सकेंगे.
एयर इंडिया ने 2006 में एक महत्वपूर्ण सौदे के तहत 27 बोइंग 787 विमान का आर्डर दिया था. उसे ये विमान मई 2008 से मिलने थे लेकिन डिजाइन संबंधी दिक्कतों, निर्माण में देरी सहित कारणों की वजह से इसकी आपूर्ति में देरी हुई.