जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए चीन में दशकों पहले एक बच्चे की नीति अपनाई गई थी. इससे वहां जनसंख्या नियंत्रण तो हो गया लेकिन इसका दुष्प्रभाव भी पड़ा है.
अब इसी दुष्प्रभाव को लेकर चीन के शंघाई में फुडान यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने वहां की सरकार को अजीबोगरीब सलाह दी है. इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर इ्यू क्वांग एनजी ने कहा है कि चीन में महिलाओं को एक से अधिक पति रखने की अनुमति मिलनी चाहिए. पतियों की संख्या दो हो सकती है. इसके पीछे उनका तर्क एक से अधिक बच्चा पैदा करने को लेकर है.
प्रोफेसर क्वांग ने एक बिजनेस वेबसाइट पर लिखे लेख में सरकार को यह सुझाव दिया है. उन्होंने अपने लेख में कहा है कि चीन में अगर लिंगानुपात इतना असंतुलित नहीं होता तो मैं एक से अधिक पति रखने (पॉलेंड्री) की सलाह नहीं देता.
उन्होंने कहा मैं एक से ज्यादा पति रखने की वकालत नहीं कर रहा मैं सिर्फ सुझाव दे रहा हूं कि लिंग अनुपात को बेहतर बनाने के लिए हम इस पर विचार कर सकते हैं.
बता दें कि चीन में एक बच्चे की नीति को साल 1980 में शुरू किया गया था जिसे साल 2016 में हटा दिया गया है. इस दौरान वहां अल्पसंख्यकों पर बच्चों की संख्या को लेकर कोई पाबंदी नहीं थी. चीन के ग्रामीण इलाकों को भी इस नियम से मुक्त रखा गया था.
प्रो क्वांग के मुताबिक वर्तमान में चीन में अभी लिंगानुपात 117/100 है. इसका मतलब ये हुआ कि वहां 117 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 100 लड़कियां ही हैं.
चीन में खराब लिंगानुपात की वजह से कई युवकों को शादी के लिए लड़कियां नहीं मिल रही है. ऐसे में भविष्य में होने वाली गंभीर समस्या को लेकर प्रोफेसर ने सरकार को ऐसी सलाह दी है ताकि लिंगानुपात को ठीक किया जा सके.