हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(ICC) ने घोषणा की थी कि साल 2028 में होने वाले लॉस एंजेलेस ओलंपिक गेम्स में क्रिकेट को शामिल किए जाने की कोशिश की जाएगी. इस खबर के सामने आने के बाद कई क्रिकेट फैंस रोमांचित हो उठे थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओलंपिक खेलों में क्रिकेट का आयोजन हो चुका है. (इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, 2021, फोटो क्रेडिट: getty images)
साल 1896 में ओलंपिक गेम्स का पहली बार आयोजन किया गया था. उस समय इन ओलंपिक खेलों में क्रिकेट भी शामिल था. हालांकि इस ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए क्रिकेट की कोई टीम ही मौजूद नहीं थी इसलिए क्रिकेट के खेल को इन ओलंपिक गेम्स से रद्द करना पड़ा था. इसके बाद 1900 के ओलंपिक गेम्स में भी क्रिकेट शामिल था. (किंग जॉर्ज वी से हाथ मिलाते इंग्लैंड के खिलाड़ी, लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, फोटो क्रेडिट: Getty images)
साल 1900 में ओलंपिक गेम्स का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था. इन ओलंपिक गेम्स में 19 स्पोर्ट्स कंपटीशन हुए थे जिनमें से एक क्रिकेट भी था. ओलंपिक में हुए इन क्रिकेट मुकाबलों में चार टीमों को शामिल किया गया था. इनमें बेल्जियम, नीदरलैंड्स, ब्रिटेन और फ्रांस जैसी टीमें शामिल थीं. (इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, हेडिंग्ले टेस्ट, फोटो क्रेडिट: Getty images)
हालांकि हैरानी की बात ये है कि बेल्जियम, नीदरलैंड्स और फ्रांस जैसे देशों में आज के दौर में क्रिकेट की लोकप्रियता काफी कम है लेकिन उस दौर में यही तीन टीमें ओलंपिक में हुए क्रिकेट टूर्नामेंट का हिस्सा थीं. बेल्जियम और नीदरलैंड्स ने मैच शुरु होने से पहले ही अपने नाम वापस ले लिए थे जिसके बाद सिर्फ इंग्लैंड और फ्रांस की टीमें मुकाबले के लिए बची थीं. (पेरिस में हुए ओलंपिक गेम्स साल 1900, फोटो क्रेडिट: Getty images)
इंग्लैंड और फ्रांस के बीच इन ओलंपिक गेम्स में क्रिकेट का सिर्फ एक मैच खेला गया था और इसी मैच को फाइनल घोषित कर दिया गया था. टेस्ट मैच यूं तो पांच दिनों तक चलते थे लेकिन ओलंपिक गेम्स में सिर्फ दो दिनों में इस मैच को खत्म कर लिया गया था. इसके अलावा दोनों टीमों में 11 नहीं बल्कि 12 खिलाड़ी खेल रहे थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
इस मैच को दोनों ही टीमों ने खास गंभीरता से नहीं लिया था. ब्रिटेन ने इस मुकाबले के लिए अपनी नेशनल टीम की जगह क्लब स्तर की टीम भेजी थी. वही फ्रांस की टीम को तो पेरिस में रहने वाले ब्रिटिश अधिकारियों को शामिल कर बनाया गया था. खास बात ये है कि इन टीमों को तो ये भी नहीं मालूम था कि वे ओलंपिक गेम्स में हिस्सा ले रहे हैं. (इंग्लैंड क्रिकेटर जैक हॉब्स ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैटिंग करते हुए, फोटो क्रेडिट: Getty images)
दरअसल दोनों टीमों को लगा था कि वे एक ग्लोबल मेले में हिस्सा लेते हुए ये क्रिकेट मैच खेल रहे हैं. दरअसल उस दौर में ओलंपिक गेम्स के साथ ही पेरिस में एक ग्लोबल मेला भी चल रहा था. इस मैच में इंग्लैंड ने फ्रांस को हरा दिया था. हालांकि मैच जीतने के बावजूद इंग्लैंड को गोल्ड नहीं बल्कि सिल्वर मेडल मिला था वही फ्रांस को ब्रॉन्ज मेडल मिला था. (इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, साल 1931, फोटो क्रेडिट: Getty images)
ओलंपिक गेम्स के ऑफशियिल रिकॉर्ड्स में इस मैच को 12 सालों बाद शामिल किया गया था. इंग्लैंड को क्रिकेट में फ्रांस के खिलाफ जीत के 12 सालों बाद ही गोल्ड मेडल नसीब हो पाया था और फ्रांस को सिल्वर मेडल मिला था. इसके बाद हुए ओलंपिक गेम्स में भी क्रिकेट को शामिल करने का प्लान था लेकिन टीमें ना होने की वजह से एक बार फिर क्रिकेट प्रतियोगिता रद्द करनी पड़ी थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)