अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से वहीं अफरातफरी और अराजक माहौल है. तालिबान के आतंकियों ने खासतौर पर वहां महिलाओं का जीना मुश्किल कर दिया है. अमेरिकी सेना के पूरी तरह अफगानिस्तान छोड़ देने के बाद भी वहां कई अमेरिकी नागरिक फंसे हुए हैं, जिन्हें अब वहां तालिबानियों की ज्यादती का सामना करना पड़ रहा है. (सभी तस्वीरें - AP)
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में फंसी कैलिफोर्निया की एक गर्भवती महिला का कहना है कि तालिबान घर-घर जाकर अमेरिकियों की तलाश कर रहा है.
25 साल की एक अमेरिकी महिला ने सुरक्षा के डर से बिना अपना नाम बताए कहा वो उन लगभग 100 अमेरिकियों में से एक हैं जो अभी भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं. महिला ने बताया कि वो यहां से निकलने का रास्ता खोजने की कोशिश कर रही हैं.
महिला ने कहा कि वह जून में परिवार से मिलने और अपने लंबे समय के प्रेमी से शादी करने यहां आई थी. उसका प्रेमी एक अफगान नागरिक है. महिला ने कहा, अब 'ऐसे दिन आ चुके हैं. मैं खुद सोचती हूं, "क्या मैं इसे घर बनाने जा रही हूं? क्या मैं यहां रहने वाली हूं? क्या मैं यहां मरने जा रही हूं?"
महिला ने कहा अमेरिकी सेना के यहां से जाने के बाद तालिबान के आतंकी घर-घर जाकर तलाशी ले रहे हैं और देख रहे हैं कि किस किस के पास नीला पासपोर्ट (अमेरिकी) है. टेक्सास के प्रतिनिधि माइक मैककॉल ने रविवार को कहा कि उनका मानना है कि तालिबान अमेरिकियों को देश छोड़ने से रोक रहा है.
उन्होंने कहा, तालिबानी मजार-ए-शरीफ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छह विमानों पर यात्रियों को सवार होने से रोक रहे हैं. मैककॉल ने फॉक्स न्यूज को बताया, "वास्तव में, मजार-ए-शरीफ हवाई अड्डे पर हमारे पास छह हवाई जहाज हैं जिनमें अमेरिकी नागरिक आ सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि तालिबान अपनी मांगों को मनवाने के लिए उन्हें बंधक बना रहा है.
हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि तालिबान क्या मांग कर रहा है, उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह बंधक जैसी स्थिति बन गई है. मैककॉल ने कहा, 'हम इसका कारण जानते हैं क्योंकि तालिबान बदले में कुछ चाहता है.