मछली पालक ने छह माह पहले ही तालाब में 90 क्विंटल मछली का जीरा (मछली की बीज) छोड़ा था. आज जब मछलियां मरकर पानी के ऊपरी सतह पर आ गईं तो यह बात तुरन्त फ़ैल गयी. स्थानीय युवक तालाब में कूद पड़े और जिसके हाथ जितनी मछली लगी, वह लेकर चलते बने. आलम ये है कि अब तालाब में एक मछली नहीं बची जो मरकर सतह पर हो.