scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां

12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 1/8
आज के दौर में जहां कई लोग अपने परिजनों को भूल जाते हैं, वहीं बिहार के पूर्णिया के रहने वाले एक व्यक्ति का ऐसा प्यार देखने को मिला है जो न सिर्फ मानवता के लिए प्रेरक बल्कि लोगों के लिए मिसाल भी बन रहा है. उन्होंने अपने पालतू कुत्ते की मौत के बाद न केवल गया आकर उसकी आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया, बल्कि पटना में गंगा नदी में उसकी अस्थियां भी विसर्जित की.(Photo-IANS)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 2/8
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, बिहार में पूर्णिया के मधुबनी इलाके के रहने वाले प्रमोद चौहान का पशु प्रेम यहां के लोगों के लिए आज चर्चा का विषय बना हुआ है. पूर्णिया के रहने वाले प्रमोद कई सालों से न्यूजीलैंड में रहते हैं. प्रमोद ने न्यूजीलैंड में एक कुत्ता पाल रखा था, जिसका नाम लाइकन था.  (Photo-Reuters)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 3/8
लाइकन उनके परिवार का 10 सालों से एक ऐसा सदस्य रहा, जिसका गुजरना प्रमोद चौहान और उनके परिवार के ल‍िए किसी परिजन के गुजरने जैसा अहसास था. प्रमोद ने हिन्दू रीति के साथ वैसी ही परंपरा लाइकन के गुजर जाने के बाद निभाई, जो किसी परिजन के गुजर जाने के बाद परिवार वाले करते हैं. (Photo-Reuters)
Advertisement
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 4/8
लाइकन के गुजरने के बाद पहले वहां हिन्दू रीति से उसे जलाया और उसकी अस्थियां लेकर भारत आए और पटना के पास बड़े ही मार्मिक अंदाज में उसे गंगा में प्रवाहित किया.(Photo-IANS)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 5/8
इतना ही नहीं वे मोक्ष स्थली गया भी गए और लाइकन के मोक्ष के लिए पिंडदान और गया में श्राद्ध किया. प्रमोद अब लाइकन के श्राद्ध के तीस दिन बीतने का इंतजार कर रहे हैं और वह उस दिन अपने तमाम परिचितों और परिजनों के साथ भंडारा भी करेंगे. (Photo-Reuters)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 6/8
प्रमोद के इस पशु प्रेम के प्रसंग पर उनके परिचित प्रेमी काफी प्रसन्न हैं और पूर्णिया में जो भी उनकी यह कहानी सुन रहा है, वह उनकी इंसानियत को सलाम कर रहा है.(Photo-IANS)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 7/8
प्रमोद चौहान के मित्र समीर सिन्हा और इलाके के किसान हिमकर मिश्र कहते हैं कि प्रमोद चौहान के पशु प्रेम का यह प्रसंग अद्भुत तो है ही, मानवता के लिए प्रेरक भी है. साथ ही इंसान और पालतू पशुओं के बीच के प्रेम का प्रमाण और उदाहरण है. ऐसे में लोगों के बीच से प्रमोद की प्रशंसा होना स्वाभाविक भी है और जरूरी भी. (Photo-Reuters)
12,000 KM दूर से आकर गंगा में विसर्जित की कुत्ते की अस्थियां
  • 8/8
प्रमोद के बचपन के मित्र मिश्र कहते हैं, 'प्रमोद बचपन से ही पशु प्रेमी रहे हैं. आज उनका यह प्रेम देखकर लोग भावुक हो जा रहे हैं. आज यह पशु प्रेम क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.' (Photo-Reuters)
Advertisement
Advertisement