हिंदुस्तान को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा आज हिंदुस्तान वापस लौटेंगे, जहां उनके जोरदार स्वागत की तैयारियां चल रही हैं. नीरज चोपड़ा आज करीब 5 बजे दिल्ली पहुंचेंगे. टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीता है.
नीरज चोपड़ा की इस गोल्डन कामयाबी पर पूरा देश गर्व कर रहा है, लेकिन राजपूताना राइफल्स को अपने सूबेदार पर और अधिक नाज है. दरअसल, नीरज चोपड़ा रेजीमेंट में 4 राजपूताना राइफल्स के सूबेदार हैं. राजपूताना राइफल्स के जवानों ने रविवार को नीरज की कामयाबी पर जश्न मनाया, जिसका एक वीडियो सामने आया है.
जेवलिन थ्रो में गोल्ड जीतकर नीरज ने साबित कर दिया है कि वह हीरो हैं, न सिर्फ उनके जिन्हें खेल पसंद है, न सिर्फ उनके जिनके लिए ओलंपिक का ये सोना भारत की आन-बान-शान है, बल्कि उनके भी जो साथ गए भारतीय ओलंपिक दल के साथी हैं.
नीरज हीरो हैं, किरण रिजिजू जैसे नेताओं के भी जो कल तक खेल के महकमे के मंत्री थे, नीरज जिस भारतीय सेना की नुमाइंदगी करते हैं, उसके जनरल से लेकर सिपाही तक, सबके हीरो हैं नीरज.
नीरज का भाला ओलंपिक के सोने पर सधा है, इतिहास लिखा गया है, लेकिन इस इतिहास को लिखने में वर्षों की नीरज की साधना है. हरियाणा के पानीपत में स्थित नीरज के गांव खंडरा में हर कोई नीरज से कितनी ही बार मिला होगा, घर-परिवार और गांव की दादियों, भाभियों, दीदियों और ताऊ, चाचा, दोस्तों ने, कितनी ही बार नीरज का हाल-चाल पूछा होगा.
लेकिन अबकी बार नीरज जब गांव आएगा, तो वो वही नीरज नहीं होगा. ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा होगा. अबकी बार की मुलाकात अलग होगी. बेहद खास होगी. नीरज की उपलब्धि से उसकी अपनी दुनिया के जर्रे-जर्रे में एक रोमांच भर आया है.
ना सिर्फ ढोल-नगाड़े से गूंज रहीं दर-ओ-दीवारें नीरज के स्वागत को उत्सुक हैं, बल्कि पानीपत के शिवाजी स्टेडियम का सूना पड़ा मैदान भी अपने सबसे होनहार खिलाड़ी का इंतजार कर रहा है. इसी मैदान पर नीरज ने भाला फेंक की अपनी शुरुआती प्रैक्टिस की थी. नीरज चोपड़ा, भारतीय ओलंपिक दल के साथ टोक्यो से आज भारत पहुंचने वाले हैं.