दरअसल, स्मार्ट टीवी को चलाने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है. यह इंटरनेट ज्यादातर, हम अपने मोबाइल का हॉट स्पॉट चालू कर टीवी के लिए इस्तेमाल करते हैं. मोबाइल में कई सारे एप्स डाउनलोड होते हैं जिसमें से कई एप्स में यह कंडीशन होती है कि वह माइक्रोफोन, कैमरा, कॉन्टेक्ट का यूज कर सकते हैं. इसी का फायदा हैकर्स उठाते हैं और लगातार मोबाइल का डाटा स्टोर करते रहते हैं. फिर वह एक सॉफ्टवेयर की मदद से डाटा फिल्टर करते हैं और ब्लैकमेलिंग के लिए ईमेल या अन्य साधनों का इस्तेमाल करते हैं. (Photo: Reuters)