लंबे वक्त तक सख्ती लागू रखने के बाद अब दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन में ढील दी जा रही है. लेकिन संक्रामक रोगों के प्रमुख विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस अभी कहीं जाने वाला नहीं है. इसकी वजह से कई जगहों पर फिर से लॉकडाउन करना पड़ सकता है.
(फोटो में डॉ. माइकल टी ओस्टरहोम)
सबसे अधिक पॉजिटिव लोगों के साथ अमेरिका कोरोना वायरस से बुरी तरह परेशान है. देश में लॉकडाउन में छूट दी जा रही है. लेकिन कई राज्यों के नेताओं ने चेतावनी दी है कि फिर से लॉकडाउन किया जा सकता है. वहीं, अमेरिका की मिन्नेसोटा यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इंफेक्शस डिजीज रिसर्च एंड पॉलिसी के डायरेक्टर माइकल टी ओस्टरहोम ने कहा है कि वायरस फिलहाल रुकने नहीं जा रहा है.
वहीं, हाल ही में खुद कोरोना से बीमार हो चुके वायरोलॉजिस्ट जोसेफ फेयर ने कहा कि
जब वायरस आबादी में इतना अधिक फैल जाएगा तो फिर पुरानी स्थिति में वापस
आने के लिए वैक्सीन के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा.
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ माइकल टी ओस्टरहोम ने कहा- 'वायरस आराम करने नहीं जा रहा है, जब तक कि यह 60 से 70 फीसदी आबादी को संक्रमित न कर दे.' एक्सपर्ट्स ने इससे पहले भी कहा है कि वैक्सीन नहीं मिलने की स्थिति में 60 से 70 फीसदी तक आबादी संक्रमित हो सकती है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि करीब 70 फीसदी आबादी के संक्रमित होने के बाद कम्युनिटी में हर्ड इम्युनिटी बन सकती है और आगे वायरस का चेन टूट जाएगा. फिलहाल अमेरिका में 20 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन यह संख्या अमेरिका की आबादी के एक फीसदी से भी कम है.
संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ माइकल टी ओस्टरहोम ने कहा कि हाल के आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका के 8 राज्यों में इंफेक्शन दर स्थिर है, जबकि 22 राज्यों में संक्रमण दर बढ़ रही है और बाकी में घट रही है. उन्होंने कहा कि कई राज्यों में अब भी हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.