यही नहीं शोधकर्ताओं ने गरीबी, धूम्रपान के स्तर, मोटापे के साथ-साथ अस्पताल के बिस्तर की उपलब्धता जैसे मापदंडों की भी जांच की. गहन विश्लेषण और जांच के बाद उन्होंने पाया कि ज्यादा दिनों तक वायु प्रदूषण में रहने वाले लोगों में कोरोना वायरस से मरने की संभावना बढ़ जाती हैं. (Photo-Reuters)