कोरोना वायरस के कथित लीक मामले में संदिग्ध मानी जा रही चीन की लैब ने अपनी वेबसाइट से कई फोटोज डिलीट कर दिए हैं. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इन फोटोज में दिखाई दे रहा था कि चीनी लैब में काम करने वाले स्टाफ पर्याप्त सेफ्टी स्टैंडर्ड को फॉलो नहीं कर रहे हैं.
2/7
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित दुनिया के कई नेता कोरोना वायरस फैलने को लेकर चीनी लैब पर सवाल उठा रहे हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने इस मामले में जांच भी शुरू कर दी है.
3/7
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते महीने वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कुछ ऐसे फोटोज को डिलीट कर दिया जिनमें साइंटिस्ट चीनी लैब में काम करते दिखाई दे रहे थे. इतना ही नहीं, लैब ने अमेरिकी डिप्लोमैट के दौरे से संबंधित जानकारी भी एडिट कर दी.
Advertisement
4/7
बता दें कि चीनी लैब में चमगादड़ में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर हो रहे प्रयोग को लेकर अमेरिकी डिप्लोमैट्स ने चेतावनी दी थी. वहीं, इसी हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने खुफिया दस्तावेज देखे हैं जिनके आधार पर उन्हें काफी अधिक भरोसा है कि कोरोना वायरस वैश्विक संकट की जड़ वुहान का इंस्टीट्यूट है.
5/7
वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की वेबसाइट के एक पेज पर चमगादड़ से कोरोना वायरस के सैंपल लेने के लिए स्टाफ को गुफा में जाते हुए दिखाया गया था. इस दौरान इंस्टीट्यूट के स्टाफ के पास प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट काफी कम होता है.
6/7
बीते महीने डेली मेल की एक रिपोर्ट में दावा किया था कि इंस्टीट्यूट की लैब में मौजूद फ्रिज में वायरस रखे गए थे. एक तस्वीर में ऐसे ही एक फ्रिज की सील टूटी दिखी थी.
7/7
वहीं, अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर के दफ्तर ने एक बयान जारी कर कहा है कि इंटेलिजेंस कम्युनिटी इस बात की जांच जारी रखेगी कि क्या कोरोना वायरस संक्रमित जीवों से इंसानों में आया या फिर वुहान की लैब में दुर्घटना की वजह से ये लीक हो गया.