रचना आगे बताती हैं कि ड्यूटी की वजह से उन्हें संजीव की चिंता भी लगी रहती है. उन्होंने कहा कि वो रोज फील्ड में रहते हैं और कई लोगों से मिलते हैं जो कि ऐसे हालात में किसी खतरे से कम नहीं है. लेकिन ड्यूटी और आम लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस को यह खतरे मोल लेने ही पड़ते हैं जो एक पुलिसवाले का फर्ज है. साथ में उनका परिवार भी इसमें भागीदार बन जाता है.
वीडियो कॉल में परिवार के लोग एक साथ बात जरूर कर लेते हैं. रचना ने बताया कि बातचीत में हम लोग एक-दूसरे से अपना-अपना ख्याल रखने को ही कहते हैं. लेकिन कभी-कभी भावुक भी हो जाते हैं.
(सभी फोटो- रचना शर्मा)