दरअसल, 30 साल के गुलाम असकरी जैदी ने एक छोटे-सी अवधि में खुद को उत्तरी
अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ शहर में स्थापित कर लिया है. उन्होंने युवाओं
और अन्य अफगानी महिलाओं और पुरुषों के बीच योग को मशहूर बनाने में मदद की
है. हर साल की तरह इस साल भी योग दिवस पर उन्होंने पूरे अफगानिस्तान को योग के महत्व के बारे में बताया.