देश में जहां हर त्योहार का अपना एक महत्व होता है. समय के अनुसार उनका एक दिन तय होता है जिस दिन लोग खुलकर अपनों के साथ खुशियां मनाते हैं. ऐसे ही रंगों के पर्व होली का भी अपना दिन तय है. लेकिन आपको जान कर हैरानी होगी कि ऐसा भी एक गांव है जो होली के दिन रंग नहीं खेलते बल्कि अपने अपने कामों में व्यस्त रहते हैं. (Photo-Reuters)
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खास बात ये है कि इन गांवों में उस दिन होली नहीं मनाई जाती जिस दिन पूरा देश मनाता है. ये गांव 5 से 7 दिन पहले ही होली मना लेते हैं. जिसकी वजह जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे.
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ये मामला है छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के अमरपुर गांव और घमतरी गांव का. दरअसल इस तरह से होली मनाने की गांव के लोगों की अजीबोगरीब वजह है.(Photo-Reuters)
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लोगों का मानना है कि होली वाले दिन रंग खेलने से गांव में अछूत की बिमारी फैल जाती है. इसलिए गांव के लोग इस त्योहार को 5 से 7 दिन पहले मना लेते हैं. (Photo-Reuters)
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बताया जा रहा है कि जहां पौने दो सौ की अबादी वाले सेमरा गांव के लोगों कई सालों से ये पंरपरा निभाते चले आ रहे हैं. तो वहीं अमरपुर गांव के लोगों ने भी अपने पूर्वजों की इस प्रथा को कायम रखा है. (Photo-Reuters)
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अमरपुर के लोगों का मानना है कि उनके पूर्वजों का कहना था कि गांव में ऐसा वक्त आ गया था कि लोग और गांव के मवेशी मरने लगे थे. माना जाता है कि उस वक्त गांव में एक बैगा आ गया उसने 5 से 7 दिन पहले होली मनाने की बात कही. जिसके बाद से महामारी का प्रकोप कम हो गया. तब से ये होली 5 से 7 दिन पहले ही मनाई जाती है. (Photo-Reuters)
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वहीं सेमरा गांव के होली के त्योहार को 5 से 7 दिन पहले मनाने के पीछे एक अलग मान्यता है. सेमरा गांव के लोग ग्राम देवता का मान रखने के लिए त्योहार को 5 से 7 दिन पहले मना लेते हैं. (Photo-Reuters)
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चौंकाने वाली बात ये है कि सेमरा गांव के लोग होली ही नहीं, दिवाली, पोला और हरेली जैसे पर्व भी एक सप्ताह पहले मनाते हैं. गांव के लोगों को नहीं पता कि इस तरह से परंपरा की शुरुआत कब हुई. (Photo-IANS)