लद्दाख के गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 16 जून को भारत और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जबकि चीन को इससे कहीं ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. सूत्रों के मुताबिक 40 से ज्यादा चीनी सैनिक इस झड़प में मारे गए हैं जिसमें उनका कमांडिंग अफसर भी शामिल है. अब इस बात का दावा अमेरिकी खुफिया एजेंसी की तरफ से भी किया गया है.
अमेरिका की न्यूज वेबसाइट U.S News ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी के हवाले से बताया है कि लद्दाख के गलवान में भारत और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प में चीन के 35 जवान मारे गए हैं जिसमें एक सीनियर अफसर भी शामिल है.
यह घटना उस वक्त की है जब सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच पर्वतीय क्षेत्र में एक बैठक हो रही थी. सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की थी.
अमेरिकी न्यूज वेबसाइट ने खुफिया एजेंसी के सूत्रों के हवाले से बताया है कि हिंसक झड़प के दौरान चीन की तरफ से कटीले डंडों और चाकू का इस्तेमाल हमले के लिए किया गया था. वहीं कुछ जवानों की मौत गहरी खाई में गिरने से हुई है.
न्यूज रिपोर्ट में खुफिया एजेंसी के हवाले से कहा गया है कि चीनी सरकार अभी तक इसे इसलिए स्वीकार नहीं कर रही है क्योंकि वो चीन की जनता के सामने शर्मिंदा नहीं होना चाहती. कोरोना की वजह से पहले ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की लोकप्रियता में कमी आ चुकी है.
वहीं भारतीय न्यूज एजेंसी के मुताबिक गलवान घाटी में सीमा पर हिंसक झड़प के बाद बड़ी संख्या में एम्बुलेंस, स्ट्रेचर पर घायल और मृत चीनी सैनिकों को ले जाया गया.
इस हिंसक झड़प में चीन के 40 से अधिक सैनिक हताहत हुए हैं. हालांकि, चीन ने अपनी ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की है. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन की सेना को हुए नुकसान की बात मानी है लेकिन हताहतों की संख्या नहीं दी है.