एलियंस की मौजूदगी को लेकर इन दिनों अमेरिका सहित कई देशों में चर्चा का बाजार गर्म है और अब एक टेप ने इसे और हवा दे दी है. हाल ही में एक टेप के सामने आने के बाद दावा किया जा रहा है कि दुनिया के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन को मृत एलियंस के शवों को देखने के लिए अमेरिका ले जाया गया था. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
टेप की गई बातचीत में कहा गया है कि बेहद प्रतिभाशाली वैज्ञानिक आइंस्टीन को ब्रिटेन से गुप्त एजेंटों द्वारा 1947 में न्यू मैक्सिको के रोसवेल में एक दुर्घटनाग्रस्त यूएफओ के मलबे की जांच करने के लिए भेजा गया था जिसमें एलियंस मौजूद थे. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
उस टेप के आधार पर दावा किया जा रहा है कि आइंस्टीन और उनके सहायक डॉ शर्ली राइट को "यूएफओ" के शवों और दुर्घटना स्थल की जांच करने के लिए सरकारी निर्देश के तहत साइट पर भेजा गया था. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
जो ऑडियो टेप सामने आया है उसमें शर्ली के साथ साक्षात्कार की बातें रिकॉर्ड हैं. दावे के मुताबिक शर्ली ने उस टेप में कहा था कि उन्हें "सच्चाई को प्रकट करने से पहले इतिहास के लिए अपना दायित्व" महसूस हुआ. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
डॉ शर्ली ने कहा कि आइंस्टीन, "20वीं सदी के सबसे प्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने परमाणुओं और अणुओं के अस्तित्व को साबित किया था, उन्हें इस मामले पर अपनी राय देने के लिए जुलाई 1947 में साइट पर जाने के लिए कहा गया था. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
डॉ शर्ली राइट के इस इंटरव्यू को 1993 में रिकॉर्ड किया गया था लेकिन इसे अब सार्वजनिक किया गया है. टेप में वह कहती हैं कि खुद मुझे और आइंस्टीन को इस अज्ञात संकट को सुलझाने में कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कहा गया था. यह घटना अन्य सैन्य और वैज्ञानिकों की उपस्थिति में एक हवाई अड्डे पर घटी थी. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)
टेप के आधार पर दावा किया जा रहा है कि डॉ शर्ली ने कहा उन्हें घटना वाली जगह पर विदेशी विमान दिखाया गया था जो एक डिस्क के आकार का था. उन्होंने कहा कि वो यूएफओ पूरी तरह क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा था. (सांकेतिक तस्वीर/Getty)