कोरोना वैक्सीन ना लगवाने के चलते एक स्टूडेंट को 2 लाख डॉलर्स की स्कॉलरशिप्स से हाथ धोना पड़ा है और इसके चलते उसे अपने ड्रीम कॉलेज में भी एडमिशन नहीं मिला है. हालांकि इस छात्रा का कहना है कि वो अपनी कंडीशन के चलते कोरोना वैक्सीन लगवाने का रिस्क नहीं ले सकती है. (फोटो क्रेडिट: liv sandor इंस्टाग्राम)
ओलिविया सैंडर को Guillian barre सिंड्रोम है. उन्होंने अपने साथ हुई त्रासदी को फॉक्स न्यूज के साथ शेयर किया है. इस स्टूडेंट को हवाई शहर के ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला था. उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन ना लगवाने के चलते वे अपने ड्रीम कॉलेज में एडमिशन पाने से वंचित रह गई क्योंकि ये सिंड्रोम कोरोना वैक्सीन के चलते और ज्यादा खतरनाक हो सकता है. (फोटो क्रेडिट: liv sandor इंस्टाग्राम)
ओलिविया ने बताया कि साल 2019 में इंफ्लूएंजा वैक्सीन लेने के चलते उन्हें जीबीएस की परेशानी हो गई थी और इसके चलते वे एक महीने से भी अधिक समय तक कमर के नीचे लकवाग्रस्त हो गई थीं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने से जीबीएस ट्रिगर हो सकता है और मैं दोबारा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं. (फोटो क्रेडिट: liv sandor इंस्टाग्राम)
ओलिविया के डॉक्टर ने यूनिवर्सिटी को एक लेटर भी लिखा था जिसमें कहा गया था कि ओलिविया की मेडिकल हिस्ट्री को देखते हुए मैं मानता हूं कि उन्हें कोविड वैक्सीन या इंफ्लूएंजा वैक्सीन लगाने से उनकी हेल्थ को काफी खतरा पहुंच सकता है इसलिए ओलिविया को इन वैक्सीन से दूरी बनानी चाहिए. (फोटो क्रेडिट: liv sandor इंस्टाग्राम)
ओलिविया के डॉक्टर के लेटर पर प्रतिक्रिया देते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ईमेल में कहा कि चूंकि हमारी लोकेशन काफी यूनिक है और हमारी यूनिवर्सिटी से काफी अलग-अलग बैकग्राउंड से बच्चे पढ़ने आते हैं, इसलिए हमें कोविड-19 से अपने कैंपस और समुदाय को प्रोटेक्ट करने के लिए अधिक सावधानियां बरतनी पड़ती हैं. (फोटो क्रेडिट: liv sandor इंस्टाग्राम)
ओलिविया ने बताया कि वो इस कॉलेज से अलग-अलग डिपार्टमेंट्स से लगभग 2 लाख डॉलर्स यानी डेढ़ करोड़ की स्कॉलरशिप्स जीत चुकी थी लेकिन चूंकि उन्हें अब इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं मिल रहा है ऐसे में उनकी सारी स्कॉलरशिप्स भी कैंसिल हो गई है.(प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)