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सतरंगी बालों के साथ स्कूल पहुंचा तो सुनाया गया फरमान, 'या तो गंजे हो जाओ या अकेले पढ़ो'

प्रतीकात्मक तस्वीर
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इंग्लैंड में कई महीने लॉकडाउन चलने के बाद कुछ शहरों के स्कूलों को खोला गया है. हालांकि 15 साल का जैकब ली-स्टोक्स जब अपने स्कूल पहुंचा तो अपने हेयरस्टायल के चलते सुर्खियों में आ गया. जैकब ने अपने बालों को ब्लू और पिंक कलर से डाई करा लिया था. लेकिन उसके अजीबोगरीब प्रयोगों ने उसके बालों को काफी खराब कर दिया था. जब स्कूल प्रशासन ने जैकब के बालों को देखा तो उसे कह दिया गया कि वो स्कूल में अकेला काम करेगा और क्लास के बाकी स्टूडेंट्स से दूरी बनाकर रखेगा. (फोटो क्रेडिट: Pexels)
 

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लॉकडाउन के चलते कई महीने घर पर पढ़ाई करने के बाद जब जैकब लिंकनशायर की हम्बरस्टोन एकेडमी आया तो उसे देखकर टीचर्स ने कह दिया कि वो दूसरे बच्चों के साथ घुल-मिल नहीं सकता है. जैकब ने सारा दिन अपना स्कूल का सारा काम अकेले करते हुए ही बिताया था. जैकब की मां को जब ये पता चला तो वे हैरान रह गईं.  उन्होंने स्कूल में शिकायत दर्ज कराई कि लॉकडाउन के चलते वे जैकब के बाल ठीक कराने नाई की दुकान पर नहीं जा सकती हैं तो स्कूल प्रशासन का कहना था कि जैकब को गंजा भी कराया जा सकता है. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)

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जेमा लीनिंग नाम की महिला ने ग्रिंस्बी लाइव के साथ बातचीत में कहा कि स्कूल में कई स्टूडेंट्स हैं जिनके डाई बाल हैं. कई महीनों तक घर से पढ़ाई करने के बाद मेरा बेटा 8.20 पर स्कूल पहुंचा था और मुझे 9.15 पर ही कॉल आ गया था कि आपके बेटे को स्कूल में अकेले पढ़ने के लिए कहा गया है और उसे कहा गया है कि वो बाकी बच्चों के साथ ना घुले-मिले. (फोटो क्रेडिट: Getty Images)

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उन्होंने आगे कहा- मैं स्कूल की पॉलिसी समझ सकती हूं और सामान्य हालातों में मैं जैकब को हेयरड्रेसर के पास लेकर जाती लेकिन लॉकडाउन के चलते मेरे पास ये ऑप्शन नहीं था. मुझे नहीं पता कि इस स्थिति में स्कूल प्रशासन पेरेंट्स से क्या उम्मीदें लगाकर बैठा है. आखिर ये कौन तय करेगा कि कौन अच्छा लग रहा है और कौन नहीं?  (फोटो क्रेडिट Getty Images)

 

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उन्होंने आगे कहा कि मेरा बेटा शांत स्वभाव का स्टूडेंट है और वो किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है. वो पढ़ाई में भी अच्छा परफॉर्म करता है.  गौरतलब है कि जैकब का रजिस्ट्रेशन तो स्कूल पहुंचने पर हो गया था लेकिन उसे उसकी क्लास के बाहर ही रोक लिया गया था. वहीं इस मामले में जैकब ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि लुक्स और पहनावे के बजाए स्कूल इस बात पर ज्यादा फोकस करेंगे कि स्टूडेंट्स स्कूल में कैसा परफॉर्म कर रहे हैं. (फोटो क्रेडिट Getty Images)

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